"घर वापसी" धर्म परिवर्तन नहीं
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने धर्म परिवर्तन करने पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए सोमवार को कहा, "घर वापसी" को धर्म परिवर्तन करार नहीं दिया जा सकता। विहिप के ट्रस्टियों और प्रबंधन कमेटी की केंद्रीय बोर्ड की यहां संयुक्त बैठक के बाद यहां प्रस्ताव पारित कर यह मांग की
By manoj yadavEdited By: Updated: Tue, 30 Dec 2014 12:18 AM (IST)
हैदराबाद। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने धर्म परिवर्तन करने पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए सोमवार को कहा, "घर वापसी" को धर्म परिवर्तन करार नहीं दिया जा सकता। विहिप के ट्रस्टियों और प्रबंधन कमेटी की केंद्रीय बोर्ड की यहां संयुक्त बैठक के बाद यहां प्रस्ताव पारित कर यह मांग की गई कि सरकार धर्म परिवर्तन पर प्रतिबंध के लिए कानून बनाए। यह विहिप के पदाधिकारियों की सर्वोच्च कमेटी है।
विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा वे धर्मांतरण का विरोध करते हैं लेकिन घर वापसी में विश्वास करते हैं। उन्होंने भारत के सभी मुसलमानों और ईसाइयों से मूल धर्म में लौट आने की अपील की। उन्होंने कहा कि उस सबके पूर्वज हिंदू थे और उन्होंने उत्पीड़न या लालच की वजह से धर्म परिवर्तन किया था। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी एक फैसले में कहा है कि हिंदूवाद एक जीवनशैली है। यदि कोई व्यक्ति पश्चिमी, चाइनीज या जापानी जीवन शैली अपनाता है तो उसे धर्म परिवर्तन नहीं का जा सकता।गोवा में "घर वापसी" की विपक्ष ने की आलोचना
गोवा के ईसाइयों की घर वापसी के बारे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता शरद कुंटे के बयान की विपक्ष ने सोमवार को आलोचना की। कुंटे ने कहा है कि संघ गोवा के उन कैथोलिक ईसाइयों की "घर वापसी" या धर्मांतरण केस्वागत को तैयार है जिनके पूर्वजों का गोवा पर पुर्तगाली शासन के दौरान जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया गया था। संघ के पश्चिमी क्षेत्र के बुद्धिजीवी शाखा के प्रमुख शरद कुंटे के बयान को कांग्रेस ने 26 फीसद कैथोलिक आबादी वाले गोवा का ध्रुवीकरण करने का एक प्रयास करार दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुनील कावथांकर ने कहा कि यदि कोई किसी मत को मानने को इच्छुक है व वह खुद वैसा करेगा। दक्षिण पंथी अतिवादियों को इसके लिए कोई व्यवस्था करने की जरूरत नहीं है।