यहां लड़कियों के लिए व्हाट्सएप नहीं, फेसबुक नहीं, न लड़कों से बात, ना ही छोटे कपड़े
नारी सशक्तिकरण से जुड़ी सरकार की तमाम कोशिशों को चेन्नई के श्रीसांई राम इंजीनियरिंग कॉलेज ने चोट पहुंचाते हुए लड़कियों की स्वतंत्रता के साथ खिलवाड़ किया है। कॉलेज ने लड़कियों के लिए विशेष फरमान जारी किया है।
नई दिल्ली। नारी सशक्तिकरण से जुड़ी सरकार की तमाम कोशिशों को चेन्नई के श्रीसांई राम इंजीनियरिंग कॉलेज ने चोट पहुंचाते हुए लड़कियों की स्वतंत्रता के साथ खिलवाड़ किया है। कॉलेज ने लड़कियों के लिए विशेष फरमान जारी किया है।
इस फरमान में लड़कियों के पहनावे, उनकी बात करने की स्वतंत्रता, सोशल मीडिया के इस्तेमाल और व्यावहारिक स्वतंत्रता को जड़ से काटने की कोशिश की गई है। कॉलेज ने छात्राओं को साफ निर्देश दिया है कि सोशल मीडिया से लड़कियों का कोई वास्ता नहीं रहेगा।
फेसबुक व वॉट्सएप पर लड़कियों के खाते नहीं होंगे। लड़कियां, लड़कों से बात नहीं करेंगी.. छोटे कपड़े नहीं पहनेंगी और दुपट्टा अनिवार्य है। कॉलेज ने यह पाबंदी भी लगाई है कि हॉस्टल में रहने वाले छात्र-छात्राएं अपने अभिभावकों से भी नहीं मिल सकते। लड़कियां ना जन्मदिन मना सकेंगी ना ही गा बजा सकेंगी।
इस सर्कुलर के सामने आने पर हर तरफ कॉलेज की आलोचना हो रही है। इस संबंध में कॉलेज की ओर से अभी तक कोई बयान नहीं आया है। कॉलेज ने लड़कियों के लिए कुल 22 निर्देश जारी किए हैं.. जिनमें से एक भी निर्देश लड़कियों के जीने की स्वतंत्रता को बढ़ावा नहीं देता है।
कॉलेज ने लड़कियों के लिए जारी किए ये तुगलकी निर्देश
22 नहीं