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हारे मंत्रियों को थमाए गए बंगले खाली करने के नोटिस

नई सरकार के मंत्रियों के लिए घर जुटाना शहरी विकास मंत्रालय की लिए चुनौती बन रहा है। सत्ता से बेदखल हुई संप्रग सरकार के मंत्री चुनाव हारने के बावजूद सरकारी बंगलों में जमे हुए हैं। शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने हारे हुए मंत्रियों से यथाशीघ्र घर खाली करने का आग्रह किया है। मंत्रालय की ओर से पांच दर्जन पू

By Edited By: Updated: Sat, 31 May 2014 10:07 AM (IST)
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नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। नई सरकार के मंत्रियों के लिए घर जुटाना शहरी विकास मंत्रालय की लिए चुनौती बन रहा है। सत्ता से बेदखल हुई संप्रग सरकार के मंत्री चुनाव हारने के बावजूद सरकारी बंगलों में जमे हुए हैं। शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने हारे हुए मंत्रियों से यथाशीघ्र घर खाली करने का आग्रह किया है। मंत्रालय की ओर से पांच दर्जन पूर्व मंत्रियों को बंगले छोड़ने का नोटिस भी जारी किया जा गया है।

केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद नायडू ने कहा कि नव निर्वाचित सांसदों और मंत्रियों के लिए घर का इंतजाम करना प्राथमिकता है। हालांकि इसके लिए जरूरी है कि पुरानी सरकार के मंत्री अपने सरकारी आवास खाली करें। उन्हें सोचना चाहिए कि नई लोकसभा के सांसदों को भी सरकारी आवास में पहुंचने से पहले कई औपचारिकताएं करनी होती हैं।

बताते चलें कि फिलहाल 16वी लोकसभा के लिए जीत कर आए सांसदों को राज्यों के भवनों और होटलों में ठहराया गया है। हालिया आम चुनावों में सत्ता से बाहर हुई संप्रग सरकार के छह दर्जन से अधिक मंत्री हार गए। हालांकि, पद छोड़ने के साथ ही पात्रता से अधिक सुविधाएं न लेने की नजीर पेश करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कार्यकाल खत्म होते ही 7 रेसकोर्स रोड छोड़ दिया था और अब वह 3 मोती लाल नेहरू मार्ग स्थित बंगले में रह रहे हैं। वैसे यह बात और है कि उनके कार्यकाल की आखिरी मंत्रिमंडलीय बैठकों में सरकारी बंगलों की बंदरबाट भी हुई जिसमें कई ओहदेदारों के सरकारी आवास में रहने की मियाद भी बढ़ाई गई।

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