हेलीकॉप्टर सौदे पर फंसी सरकार
वीवीआइपी हेलीकॉप्टर सौदे में संप्रग सरकार बुरी तरह फंसती नजर आ रही है। कांग्रेस इस घोटाले में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत आला सियासी शख्सियतों के नाम उछलने के बाद एक बार फिर बोफोर्स घोटाले जैसे समीकरणों में फंस सकती है। केंद्रीय खुफिया ब्यूरो ने अपने नौसैनिकों को छुड़ाने के लिए इटली की तरफ
By Edited By: Updated: Mon, 03 Feb 2014 05:08 AM (IST)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। वीवीआइपी हेलीकॉप्टर सौदे में संप्रग सरकार बुरी तरह फंसती नजर आ रही है। कांग्रेस इस घोटाले में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत आला सियासी शख्सियतों के नाम उछलने के बाद एक बार फिर बोफोर्स घोटाले जैसे समीकरणों में फंस सकती है। केंद्रीय खुफिया ब्यूरो ने अपने नौसैनिकों को छुड़ाने के लिए इटली की तरफ से अगस्ता-वेस्टलैंड सौदे में कुछ अन्य भारतीय नेताओं और नौकरशाहों के नाम उछाले जाने की भी आशंका जताकर सरकार की चिंता बढ़ा दी है।
पढ़ें: अगस्ता के दासौ से संबंधों की जांच शुरू संसद सत्र शुरू होने से ठीक पहले भाजपा ने भी हेलीकॉप्टर सौदे की तुलना बोफोर्स से करने के साथ ही सोनिया गांधी पर हमला बोलकर सरकार की परेशानियां बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं। माना जा रहा है कि पूरा विपक्ष इस मामले पर सरकार को 5 फरवरी से शुरू हो रहे संसद सत्र के दौरान भी घेरेगा। तेजी से बदलते इस घटनाक्रम से परेशान सरकार ने इटली की अदालत में तीन दिन के भीतर होने वाली सुनवाई की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इतालवी आरोपों को झूठा ठहराने के लिए भारतीय खेमा दलालों के संवाद पर ठोस सुबूतों की मांग करेगा। सूत्रों के अनुसार, खुफिया एजेंसियों ने भी अपनी रिपोर्ट में इस बाबत आगाह किया है कि नौसैनिक विवाद में दबाव बनाने की कोशिश के तहत अगस्ता-वेस्टलैंड मामले की सुनवाई के दौरान कई और हाई प्रोफाइल नाम उछाले जा सकते हैं। दो भारतीय मछुआरों की हत्या के मामले में फंसे अपने नौसैनिकों को छुड़ाने को बेचैन इतालवी खेमा अगस्ता-वेस्टलैंड मामले पर चल रही सुनवाई को भारत सरकार के खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है। इससे चौकन्नी सरकार 6 फरवरी को इतालवी अदालत में होने वाली सुनवाई के लिए कमर कस रही है। इटली जा रही रक्षा मंत्रालय और सीबीआइ के अधिकारियों की टीम का जोर कथित तौर पर नेताओं को पैसे देने के दावों पर पुख्ता सुबूतों पर होगा।
इससे पहले सौदे में शामिल बिचौलए गुइदो राल्फ हश्के से हासिल दस्तावेजों में 'द फैमिली', 'एपी' और डेफसेक जैसे जुमलों और उनके नाम के आगे अंकित धनराशि की बात भी सामने आई थी। इसमें द फैमिली के सामने 1.60 करोड़ यूरो और एपी के सामने 20 लाख यूरो लिखा हुआ था। इसको लेकर पहले ही कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठ चुके हैं। अब इतालवी कोर्ट में मामले पर चल रही सुनवाई के दौरान पेश्स दस्तावेजों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पीएम मनमोहन सिंह, प्रणब मुखर्जी, तत्कालीन एनएसए एमके नारायणन सहित कई लोगों को सौदा पक्का कराने के लिए साधने की बात सामने आई है। भारतीय मछुआरों की हत्या के मामले में आरोपी दो नौसैनिकों और अगस्ता-वेस्टलैंड मामला फरवरी 2012 से ही भारत व इटली के रिश्तों में परेशानी के सबब बन रहे हैं। भारत जहां 3600 करोड़ रुपये की लागत से 12 हेलीकॉप्टर खरीद का सौदा पहली जनवरी, 2014 को रद कर चुका है। वहीं, केरल तट के करीब दो भारतीय मछुआरों की हत्या के आरोप में नजरबंद इतालवी नौसैनिक भारत में अदालती फैसले का इंतजार कर रहे हैं। नौसैनिकों का मुद्दा इटली सरकार के लिए घरेलू दबाव का मामला भी है। मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर