Move to Jagran APP

84 पर राहुल के बयान पर बरसे भाजपा-अकाली

सिख दंगों पर दिए बयान को लेकर भाजपा-अकाली दल ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथ लिया है। अकाली दल नेता नरेश गुजराल ने इसे सिखों के साथ मजाक करार दिया है। वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण जेटली ने गुजरात दंगों से 1984 की तुलना को पूरी तरह गलत ठहराया। हालांकि, कांग्रेस ने राहुल के बयान का बचाव करते हुए गुजरात दंगों के लिए भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को दोषी बताया है।

By Edited By: Updated: Wed, 29 Jan 2014 07:22 AM (IST)

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। सिख दंगों पर दिए बयान को लेकर भाजपा-अकाली दल ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथ लिया है। अकाली दल नेता नरेश गुजराल ने इसे सिखों के साथ मजाक करार दिया है। वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण जेटली ने गुजरात दंगों से 1984 की तुलना को पूरी तरह गलत ठहराया। हालांकि, कांग्रेस ने राहुल के बयान का बचाव करते हुए गुजरात दंगों के लिए भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को दोषी बताया है। कांग्रेस ने कहा कि गुजरात दंगों के लिए राज्य की मंत्री जेल में हैं, जबकि प्रधानमंत्री और उनके पार्टी नेता उसके लिए माफी मांग चुके हैं।

अकाली दल के सांसद नरेश गुजराल ने मंगलवार को कहा कि 1984 के दंगों में पांच हजार से ज्यादा सिखों का कत्ल हुआ। लोगों को टायर गले में डालकर और कैरोसिन के डिब्बे छिड़क कर जला दिया गया। मां और बच्चों के सामने लोगों को मारा गया। तीन दिन तक कांग्रेस के लोग खुलेआम कत्ल कराते रहे और तब के प्रधानमंत्री जान-बूझकर खामोश बैठे रहे। दिल्ली में पुलिस और सेना का एक कारतूस नहीं चला।

इसके बावजूद राहुल आज भी उसके लिए राजीव गांधी को दोषी नहीं मानना चाहते। वहीं, गुजरात में दंगाइयों को काबू करने के लिए पुलिस और सेना दोनों ने फायरिंग की, जिसमें सैकड़ों हिंदू और मुसलमान मारे गए। गुजरात में 800 से ज्यादा लोगों को सजा मिल चुकी है, जबकि 84 के दंगों में शामिल नेताओं को आज तक कांग्रेस टिकट देकर सांसद बना रही है। साफ है कि राहुल सिर्फ उन्हीं चीजों को याद रखना चाहते हैं, जिससे उनका राजनीतिक फायदा हो।

जेटली ने कहा कि 1984 के दंगों में ही 'खून का बदला खून' का नारा चला था। कई कांग्रेसी नेता भीड़ का नेतृत्व करते देखे गए थे। एक भी दंगाई पुलिस की गोलियों से घायल नहीं हुआ। जांच के नाम पर एक आयोग गठित किया गया, जिसने सबको क्लीन चिट दे दी। बाद में उस आयोग के प्रमुख रहे जज को कांग्रेस ने राज्यसभा सदस्य बनाकर पुरस्कार दे दिया। दूसरी ओर, गुजरात दंगे में तीन सौ से ज्यादा दंगाई पुलिस की गोलियों से मारे गए। हजारों मुकदमे हुए। कई को सजा हुई और मुख्यमंत्री सुप्रीम कोर्ट से गठित एसआइटी से बरी हो गए।

कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, 'यह नहीं भूला जा सकता कि गुजरात दंगों के लिए मोदी की मंत्री माया कोडनानी अब भी जेल में हैं, जबकि सिख दंगों के लिए हमारे अपने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति माफी मांग चुके हैं।'

पढ़े: गुजरात दंगा भड़काने वाले मोदी का मुझे डर नहीं: राहुल

राहुल-मोदी से जुड़ा केजरीवाल का री ट्वीट, नए विवाद का जन्म

वीडियो कांफ्रेंसिंग से चाय वालों को संबोधित करेंगे मोदी

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर