कोयला घोटाला उजागर करने में हीरो की भूमिका रही अहीर की
कोल ब्लॉक आवंटन घोटाले को उजागर करने में हीरो की भूमिका भाजपा सांसद हंसराज गंगाराम अहीर की रही। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है। उनका कहना है कि कोल ब्लॉकों का आवंटन सरकारी कंपनी कोल इंडिया लि. को ही होना चाहिए। अहीर की लगातार पूछताछ के कारण ही यह घोटाला साम
By Edited By: Updated: Tue, 26 Aug 2014 07:22 AM (IST)
चेन्नई। कोल ब्लॉक आवंटन घोटाले को उजागर करने में हीरो की भूमिका भाजपा सांसद हंसराज गंगाराम अहीर की रही। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है। उनका कहना है कि कोल ब्लॉकों का आवंटन सरकारी कंपनी कोल इंडिया लि. को ही होना चाहिए। अहीर की लगातार पूछताछ के कारण ही यह घोटाला सामने आया था।
अहीर ने कहा, 'यह ऐतिहासिक फैसला है। कोल ब्लॉकों के आवंटन को अवैध ठहराने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मैं बहुत खुश हूं। ये आवंटन रद होने चाहिए। मुझे तब और खुशी होगी जब आवंटन रद कर कोल ब्लॉक फिर से सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया को आवंटित किए जाएं।' उनके मुताबिक, इस फैसले से यह सुनिश्चित होगा कि कोई भी देश के प्राकृतिक संसाधनों को हड़पने का साहस नहीं करेगा। महाराष्ट्र के चंद्रपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित अहीर ने संप्रग शासन के दौरान कोल ब्लॉक आवंटन घोटाले के खिलाफ मुहिम चलाया था। उन्होंने आवंटन में गड़बड़ियों को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को 12-13 पत्र लिखे थे। कोयला, स्टील और खानों पर संसद की स्थायी समिति के सदस्य के रूप में अहीर को इस घोटाले की भनक लगी थी। उन्होंने वर्ष 2006 में पहला पत्र लिखा था। उन्होंने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) को भी अनियमितताओं की जानकारी दी। उनकी शिकायत पर केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने भी जांच का आदेश दिया।