कोलकाता/गुवाहाटी । पश्चिम बंगाल और असम में पहले चरण का चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। चुनाव आयोग के अनुसार पश्चिम बंगाल और असम के पहले चरण में क्रमश: 80 और 70 फीसदी मतदान हुआ है।
पश्चिम बंगाल के पहले चरण में 294 सीटों में से 18 सीटों पर मतदान हुआ।
इनमें से ज्यादातर सीटें नक्सल प्रभावित इलाकों में हैं। यहां 40.09 लाख मतदाताओं में से 80 प्रतिशत मतदान केंद्रों तक पहुंचे। असम में 126 सीटों में से 65 पर मतदान हुआ। यहां 95.11 लाख मतदाताओं में से 70 प्रतिशत ने वोट डाले। उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने दिल्ली में बताया कि दोनों राज्यों में चुनाव आम तौर पर शांतिपूर्ण रहा।
बंगाल में पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 84 फीसदी मतदान हुआ था। असम में 70 फीसदी मतदान हुआ। पिछली बार कुल मतदान 76 फीसदी के आसपास था। इस बार भाजपा एक ब़़डे गठबंधन के साथ मैदान में उतरी है जबकि एआईयूडीएफ पिछली बार से ज्यादा सीटों पर चुनाव ल़़ड रही है।
असम में पहले चरण के लिए मतदान जारी-देखें तस्वीरें
चुनाव आयोग के अनुसार इस बार मतदान शांतिपूर्ण भी था और सुरक्षाबलों के कारण स्थानीय जनता पर पड़ने वाले दबाव से भी मुक्त था। यही कारण था कि यहां 81 फीसद मतदान रिकॉर्ड किया गया। ध्यान रहे कि पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदेश में कुल 84 फीसद मतदान हुआ था। मतदान का सभी चरण पूरा हाने के बाद इस बार भी वही दोहराव हो तो आश्चर्य नहीं।
राज्य में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ एकजुट हुए कांग्रेस और वाम दलों के बाद मतदान रिकॉर्ड पुराना ही है। ऐसे में नतीजे रोचक हो सकते हैं। राज्य विधानसभा चुनाव के पहले चरण के प्रथम भाग में नक्सलियों की मांद कहे जाने वाले तीन जिलों की 18 विधानसभा सीटों पर भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के एलान को नजर अंदाज करते हुए लोगों ने लोकतंत्र के प्रति आस्था और विश्वास दिखाते हुए कड़ी धूप के बीच उत्साह के साथ जमकर वोट डाले। इससे 18 सीटों पर पिछले 2011 के चुनाव में 84.80 फीसद हुए मतदान को मात नहीं दिया गया, लेकिन शाम छह बजे तक 81 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। सबसे अधिक पश्चिम मेदिनीपुर की छह सीटों पर 82.05 फीसद, बांकुड़ा की तीन सीटों पर 80.59 फीसद और पुरुलिया की नौ सीटों पर 80.18 फीसद मत पड़े। वहीं असम में 78 फीसद मतदान रिकॉर्ड किया गया है। पिछली बार कुल मतदान 76 फीसद के आसपास था। इस बार भाजपा एक बड़े गठबंधन के साथ मैदान में उतरी है जबकि एआइयूडीएफ पिछली बार से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जाहिर है कि वोटों का गुणाभाग रोचक होगा। राज्य में सोमवार को पहले चरण में 65 विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हुआ। पहले चरण में लगभग 95 लाख मतदाता थे। चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि मतदान शाम पांच बजे समाप्त हुआ और कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
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पहले चरण में दो हजार 190 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए। इस चरण में 539 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है। इनमें मुख्यमंत्री तरुण गोगोई व भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सर्बानंद सोनोवाल शामिल हैं। लोग सुबह से ही मतदान केंद्रों पर कतार में देखे गए। स्वंतत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। अधिकारियों ने बताया कि कुछ मतदान केंद्रों पर करीब 100 ईवीएम में खराबी की शिकायतें मिलीं और इन्हें शीघ्र ही बदल दिया गया। मतदान को देखते हुए राज्य में कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए थे और करीमगंज जिले के पास भारत-बांग्लादेश सीमा को सील कर दिया गया था। मतदान वाले क्षेत्रों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की 535 कंपनियां और राज्य पुलिस के जवान तैनात किए गए थे।
बंगाल में पहले चरण का मतदान जारी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम-देखें तस्वीरें
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