हिंदुत्व विचार वैश्विक व राष्ट्र का गौरव: भागवत
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि हिंदुत्व विचार वैश्विक है यह राष्ट्र का गौरव बढ़ाता है। परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय पूर्णकालिक कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग में संघ प्रमुख ने कहा कि सामाजिक व्यवस्था को ठीक रखना आज के
ऋषिकेश (देहरादून)। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि हिंदुत्व विचार वैश्विक है यह राष्ट्र का गौरव बढ़ाता है। परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय पूर्णकालिक कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग में संघ प्रमुख ने कहा कि सामाजिक व्यवस्था को ठीक रखना आज के समय में अत्यंत आवश्यक है। तंत्र व्यवस्था चलाने के लिए है, लेकिन सरकार समाज नहीं चला सकती, जबकि समाज सरकार को चलाता है। उन्होंने कहा कि वैचारिक अधिष्ठान को समझना आवश्यक है। समाज को रूपांतरण कराने के लिए सक्रिय कार्यकर्ता का होना भी समाज हित में है।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत की पहचान संपूर्ण प्राणी के कल्याण मात्र के लिए है। उसका एक ही तत्व है वह है अविष्कार। भारत वर्ष की पहचान हिंदुत्व ही है। इसमें सुखी जीवन की अनुभूति होती है। बौद्धिक सत्र में संघ प्रमुख ने छात्र शक्ति के माध्यम से हिंदुत्व राष्ट्रवाद को आगे ले जाने का आह्वान किया।विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रघुनंदन ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थी परिषद की ओर तमाम छात्र संगठनों की नजर है। जिसके चलते संगठन की शक्ति को बढ़ाना आवश्यक है। देश भर के तमाम विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में इकाइयां कार्यरत हैं परंतु अभी भी गांवों में खुले कोचिंग स्तर तक अपनी इकाइयों का गठन करना है। अभ्यास वर्ग में समूचे देश से करीब 492 प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। शिविर में मुख्य रूप से संघ के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी, अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री हरीश बोरेकर, राष्ट्रीय मंत्री सुनील अंबेकर, क्षेत्रीय संगठन मंत्री धर्मपाल, प्रफुल्ल अक्रांत, उत्तराखंड प्रदेश के संगठन मंत्री रमेश गडिया आदि उपस्थित थे। शुक्रवार को चार दिवसीय अभ्यास वर्ग का समापन होगा।
मीडिया दूर रहे संघ प्रमुख
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