आपदा से निबटने के लिए हो तकनीक का आदान-प्रदान: राजनाथ
जापान में संयुक्त राष्ट्र(यूएन) के सम्मेलन में लोगों को संबोधित कर करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, 'आपदा जोखिम न्यूनन के बारे में चर्चा करने के लिए इस विश्व-सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए, मुझे प्रसन्नता की अनुभूति हुई है।भारत-सरकार की तरफ़ से मैं यूएन और सम्मेलन के आयोजक, मेज़बान-जापान सरकार
By Tilak RajEdited By: Updated: Sat, 14 Mar 2015 03:08 PM (IST)
नई दिल्ली। जापान में संयुक्त राष्ट्र(यूएन) के सम्मेलन में लोगों को संबोधित कर करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, 'आपदा जोखिम न्यूनन के बारे में चर्चा करने के लिए इस विश्व-सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए, मुझे प्रसन्नता की अनुभूति हुई है।भारत-सरकार की तरफ़ से मैं यूएन और सम्मेलन के आयोजक, मेज़बान-जापान सरकार को इस सम्मेलन का आयोजन करने पर हार्दिक बधाई देता हूं।'
गृह मंत्री ने कहा, 'हम अवगत हैं कि इन आपदा को झेल चुके समुदाय, आपदाओं से बेहतर ढंग से निपटने के लिए अपने आपको अनुकूल कर रहे हैं। मैं तकनीक, विशेषज्ञता और आवश्यक संसाधनों के बंटवारे के माध्यम से अन्तरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने का अपील करना चाहता हूं। सार्क सम्मेलन में हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पड़ोसी देशों को भारत की सहायता सुनिश्चित करके ज़ाहिर की गई प्रतिबद्धता भी दोहराना चाहता हूं।' गृह मंत्री राजनाथ सिंह पांच दिन के जापान दौरे पर हैं। वह संयुक्त राष्ट्र(यूएन) द्वारा 'आपदा जोखिम में कमी' विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होने जापान गए हैं।
भारत के जापान से काफी करीबी संबंध रहे हैं। शायद यही वजह है कि राजनाथ सिंह जापान में काफी सहज महसूस कर रहे हैं। राजनाथ सिंह ने आज सेंडाइ में एक भारतीय रेस्तरां 'नमस्कार' में भोजना किया। भारतीय व्यंजन जापान में बहुत लोकप्रिय हैं। इसलिए यहां कई ऐसे रेस्तरां हैं, जहां भारतीय व्यंजन मिलता है।
सम्मेलन में शामिल होने के लिए राजनाथ सेंडाइ बुलेट ट्रेन से यात्रा कर पहुंचे। भारत में भी बुलेट ट्रेन चलाने की दिशा में काम चल रहा है। गृह मंत्री ने सेंडाइ में एक प्राचीन बौद्ध मंदिर का भी दौरा किया। यह प्राचीन मंदिर हिंदू देवी-देवताओं को समर्पित है। यहां पहुंच राजनाथ सिंह ने पूजा-अर्चना की।इसे भी पढ़ें: मेदांता में रूटीन जांच के बाद दिल्ली वापस लौटे राजनाथ