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मुझे अमेठी से चुनाव लड़ने की सजा दे रही है कांग्रेस: स्मृति ईरानी

लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी को चुनौती दे चुकीं मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी कोई भी अवसर नहीं छोड़ना चाहती हैं। बुधवार को जेएनयू और हैदराबाद प्रकरण पर चर्चा के दौरान लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कांग्रेस की मंशा पर ही सवाल खड़ा कर दिया।

By Rajesh KumarEdited By: Updated: Thu, 25 Feb 2016 07:52 AM (IST)
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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी को चुनौती दे चुकीं मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी कोई भी अवसर नहीं छोड़ना चाहती हैं। बुधवार को जेएनयू और हैदराबाद प्रकरण पर चर्चा के दौरान लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कांग्रेस की मंशा पर ही सवाल खड़ा कर दिया। नारे लगाते विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन्हें अमेठी से चुनाव लड़ने की सजा दे रही है। बेवजह आरोप लगा रही है।

पूरे रौ में आई स्मृति ने जब यह बताना शुरू किया कि विपक्षी नेताओं की ओर से किस तरह उन्हें सिफारिशी पत्र लिखे गए तो माहौल गरमा गया। ऐसे में स्मृति के पास विपक्ष पर हमला का एक और मौका था। उन्होंने कहा- भाजपा पर दलित विरोधी, अल्पसंख्य विरोधी होने का आरोप लगाया जाता है। क्या मैं मानूं कि मुझे इसीलिए नहीं बोलने दिया जा रहा है क्योंकि मैं एक महिला हूं और अल्पसंख्य से ब्याही गई हूं।

हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला खुदकुशी केस में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के हस्तक्षेप के आरोपों को लेकर लगातार विपक्ष का निशाना बन रही स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर ऐसे कई हमले किए।

लोकसभा में रोहित वेमुला खुदकुशी मामले पर जवाब देते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा- मुझे सूली पर चढाया जा रहा है, क्योंकि मेरे विभाग ने पत्र लिखा था। ईरानी ने कहा कि जिस काउंसिल ने ये फैसला लिया था कि रोहित वेमुला को बर्खास्त किया जाए उसे कांग्रेस ने ही नियुक्त किया था।

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कांग्रेस नेताओं पर बरसते हुए ईरानी ने कहा कि आपकी इच्छा जवाब सुनने की थी ही नहीं, क्योंकि नीयत में खोट थी। ईरानी ने कहा कि हनुमंत राव जी ने मुझे लिखा कि कांग्रेस के कार्यकाल में जिस वीसी का एप्वायंटमेंट हुआ उसके कार्यकाल में आत्महत्या हुई।

लोकसभा में विपक्षी दलों को जवाब देते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि रोहित वेमुला को बचाने के लिए उसे डॉक्टर के पास लेकर जाने की तो कोई कोशिश नहीं हुई लेकिन उसके शरीर को लगातार राजनीतिक टूल के तौर इस्तेमाल किया गया।


उन्होंने कहा कि रोहित ने अपने बयान में अपनी मौत के लिए किसी को भी कसूरवार नहीं ठहराया था।

ईरानी ने सवाल पूछते हुए कहा कि कभी आपने कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को किसी जगह पर दोबारा जाते हुए देखा है? नहीं, लेकिन उन्हें हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में रोहित की मौत के बाद राजनीतिक मौके दिखाई दिए।

जेएनयू मामले पर स्मृति का जवाब

जबकि, जेएनयू में छात्रों की गिरफ्तार पर बोलते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि शिक्षा को रणभूमि मत बनाओ। ईरानी ने कहा- उमर खालिद ने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को धोखे में रखा। उसने एक आवेदन पत्र में कहा कि वे एक कविता पढ़ने से संबंधित कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।

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स्मृति ईरानी ने कहा- सत्ता तो इंदिरा गांधी ने भी खोई थी मगर उनके बेटों ने भारत की बर्बादी के नारो का समर्थन नहीं किया।

ईरानी यहीं नहीं रुकी, लोकसभा में बोलते हुए आगे कहा कि मैने सभी वाइस चांसलर से ये कहा है कि वे सभी छात्रों की सुने। उन्होंने कहा कि “अभी भी कई यूनिवर्सिटी में यूपीए की तरफ से नियुक्त किए गए वाइस चांसलर ही हैं। ऐसे में मैं ये चुनौती देती हूं कि कोई भी मुझे ये बताएं कि मैने कभी वहां भगवाकरण किया है तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगी।”