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हरियाणा में हिंसक हुआ गुरुद्वारा आंदोलन

एसजीपीसी के अधीन हरियाणा के गुरुद्वारों की सेवा अपने हाथ में लेने का हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी का आंदोलन बुधवार को हिंसक हो गया। कैथल के गुहला चीका व यमुनानगर के गुरुद्वारों पर तो कमेटी ने शांतिपूर्ण ढंग से कब्जा ले लिया, लेकिन कुरुक्षेत्र के गुरुद्वारा छठी पातशाही पर कब्जे की कोशिश में पुलिस से ¨हसक झड़प हो गई। दोनों तरफ से हुए पथराव में दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए।

By Edited By: Updated: Thu, 07 Aug 2014 09:13 AM (IST)
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जागरण न्यूज नेटवर्क, पानीपत। एसजीपीसी के अधीन हरियाणा के गुरुद्वारों की सेवा अपने हाथ में लेने का हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी का आंदोलन बुधवार को हिंसक हो गया। कैथल के गुहला चीका व यमुनानगर के गुरुद्वारों पर तो कमेटी ने शांतिपूर्ण ढंग से कब्जा ले लिया, लेकिन कुरुक्षेत्र के गुरुद्वारा छठी पातशाही पर कब्जे की कोशिश में पुलिस से ¨हसक झड़प हो गई। दोनों तरफ से हुए पथराव में दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। देर शाम तक स्थिति पर काबू पा लिया गया था।

कुरुक्षेत्र में कई दिनों से गुरुद्वारा छठी पातशाही में कब्जे के लिए बैठी सिख संगत बुधवार को उस समय जोश से भर गई गुहला-चीका गुरुद्वारे में नियंत्रण की खबर मिली। छठी पातशाही पर कब्जे के लिए बड़ी संख्या में एचएसजीपीसी समर्थक पुलिस के बेरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने लगे। उनका कहना था कि गुरुद्वारे में मत्था टेककर ही वापस लौटेंगे। हालात हाथ से निकलते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस बीच, गुरुद्वारे के अंदर जमा एसजीपीसी समर्थकों ने पत्थरबाजी कर दी। इसके बाद तो एचएसजीपीसी समर्थकों ने भी पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस कार्रवाई में दर्जनों एचएसजीपीसी समर्थक और मीडिया कर्मी घायल हो गए, जबकि एचएसजीपीसी समर्थकों की ओर से हुई पत्थरबाजी में 20 पुलिस कर्मी घायल हो गए। गुस्साए पुलिस कर्मियों ने वहां खड़ी दर्जनों गाड़ियों के शीशे तोड़ डाले।

एचएसजीपीसी द्वारा आयोजित सिख सभा में शिरकत करने के लिए सुबह 10 बजे से ही सिख जुटने लगे थे। एडहॉक कमेटी के सदस्यों के साथ अध्यक्ष जगदीश झींडा की बैठक चलती रही। ज्यों ही कोई समर्थक अपनी संगत लेकर पहुंचता लोग बेरिकेड तोड़ने की कोशिश करते। दोपहर 1 बजे तक इस तरह की झड़प तीन बार हुई। दोपहर लगभग एक बजे झींडा संगत को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने एलान किया कि गुहला-चीका गुरुद्वारे पर कब्जा कर लिया गया है। झींडा ने लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से डटे रहने की अपील की और नलवी के साथ गुहला की ओर रवाना हो गए।

उनके जाते ही कुछ युवाओं ने माइक संभाल लिया और घोषणा कर दी की वे गुरुद्वारा छठी पातशाही की सेवा भी आज ही संभालेंगे। इसके बाद लोगों ने बेरिकेड की तरफ धावा बोल दिया।

देर सायं को लाडवा कस्बे के तीन गुरुद्वारों का प्रबंधन भी हरियाणा की कमेटी ने संभाल लिया। एचएसजीपीसी समर्थक हरमनप्रीत सिंह ने बताया कि लौहारा व किशनगढ़ गांव की संगत ने गांव सलेमपुर, ट्यौड़ी साहिब व बनीबदरपुर की नौवीं पातशाही गुरुद्वारा में प्रबंधन संभाल लिया।

जगदीश सिंह झींडा ने कहा कि यह शरारती तत्वों का काम है। सेवा संभालने की घोषणा के बाद मैंने शांति बनाए रखने की अपील की थी। एसजीपीसी के कुछ शरारती तत्वों ने षडयंत्र के तहत संगत को भड़काया और यह स्थिति पैदा की। कमेटी का उद्देश्य केवल शांतिपूर्वक तरीके से सेवा संभालना है।

झींडा ने बहुत गलत कदम उठाया : मक्कड़

एसजीपीसी के प्रधान अवतार सिंह मक्कड़ ने फोन पर कहा कि झींडा व एचएसजीपीसी की सिख संगत ने बहुत गलत कदम उठाया है। वह पहले तो बातचीत की बात करते है, दूसरी तरफ इस तरह से हंगामा करते हैं। उन्होंने यह सब हरियाणा सरकारी काम की शह पर हो रहा है।

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