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लिंग परीक्षण से इन्कार किया तो पत्नी पर फेंका तेजाब

लखनऊ [जागरण संवाददाता]। तमाम बदलाव के बावजूद आज भी रुढि़वादी बेटियों को नफरत की नजर से देखते हैं। ऐसे ही पांच बेटियों के पिता ने बेटे की चाहत में पत्नी के साथ हैवानियत बरती। गर्भवती पत्नी के लिंग परीक्षण कराने से इन्कार पर उसने महिला के निजी अंग पर तेजाब डाल दिया। गंभीर घायल महिला को उसके घर वालों ने कानपुर

By Edited By: Updated: Mon, 12 Aug 2013 10:10 PM (IST)
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लखनऊ [जागरण संवाददाता]। तमाम बदलाव के बावजूद आज भी रुढि़वादी बेटियों को नफरत की नजर से देखते हैं। ऐसे ही पांच बेटियों के पिता ने बेटे की चाहत में पत्नी के साथ हैवानियत बरती। गर्भवती पत्नी के लिंग परीक्षण कराने से इन्कार पर उसने महिला के निजी अंग पर तेजाब डाल दिया। गंभीर घायल महिला को उसके घर वालों ने कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती कराया है। एक समाज सेविका के हस्तक्षेप पर बाजारखाला पुलिस ने सोमवार को आरोपी पति सहित अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। महिला के बयान दर्ज करने के लिए यहां से विवेचक कानपुर गए हैं।

कैंट, कानपुर नगर निवासी मु.यासीन की बेटी (35) की शादी 1988 में विक्टोरियागंज सुन्नी इंटर कॉलेज के पीछे, बाजारखाला निवासी मु.नसीम के साथ हुई थी। नसीम के पांच बेटियां हैं। उनकी बड़ी बेटी की उम्र 12 तथा सबसे छोटी बेटी की उम्र करीब चार साल है। बताया गया कि नसीम की पत्नी करीब तीन माह की गर्भवती है। बेटे की चाहत में नसीम लगातार पत्नी पर लिंग परीक्षण कराने का दबाव बना रहा था। उसने फिर बेटी होने पर पत्नी को जान से मार देने की धमकी भी दी। नसीम पत्नी के गर्भ में बेटी होने पर गर्भपात कराने का दबाव बना रहा था, लेकिन महिला ने लिंग परीक्षण कराने से इन्कार कर दिया।

आरोप है कि इसी विवाद में 24 जुलाई को नसीम ने पत्नी को बुरी तरह पीटा और उसके निजी अंग में तेजाब डाल दिया। इसके बाद ससुरालीजन घायल महिला को चार दिनों तक घर में बंधक बनाए रहे और उसका इलाज तक नहीं कराया। इस बीच नसीम की बड़ी बेटी ने फोन के जरिए घटना की सूचना अपने नाना मु.यासीन को दी। तब 28 जुलाई को यासीन बेटी की ससुराल पहुंचे। यासीन का कहना है कि जब वह बेटी की ससुराल पहुंचे तो दामाद नसीम, उसके भांजे कमाल, मुशीर, मुईद व अन्य ससुरालीजनों ने बेटी का इलाज लखनऊ में कराने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी। तब यामीन अपनी बेटी व नातिनों को लेकर कानपुर चले गए।

कानपुर में उन्होंने न्याय पाने के लिए समाजसेवी संस्था लक्ष्य की सचिव अनीता दुआ से मदद मांगी और 29 जुलाई को बेटी को कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। समाज सेविका अनीता दुआ के मुताबिक पीड़ित परिवार ने कानपुर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई थी पर उन्हें घटनास्थल के आधार पर लखनऊ जाकर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कहा गया। तब सोमवार को अनीता, यासीन व अन्य परिवारीजन बाजारखाला कोतवाली पहुंचे और पुलिस को तहरीर दी। इंस्पेक्टर बाजारखाला नरेंद्र सिंह राणा के मुताबिक घटना के बाद इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी गई थी। सोमवार को तहरीर मिलने पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही विवेचक रामकृपाल सिंह को पीड़ित महिला के बयान दर्ज करने के लिए रवाना कर दिया गया है ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।

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