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मुझे आज भी अछूत समझते हैं: मांझी

बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज फिर एक विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि लोग आज भी उन्हें अछूत समझते हैं। अनूसूचित जाति में जन्म लेने में मेरा क्या कसूर है। उन्होंने कहा कि मधुबनी जिले में मेरे पूजा करने के बाद मूर्ति धुलवाई गई। कुर्सी जाने का मुझे कोई डर नहीं है। मेरी सरकार तो सिर्फ दस महीने की ही है। सीएम ने भोला पासवान शास्त्री के जयंती पर

By Edited By: Updated: Mon, 29 Sep 2014 08:48 AM (IST)
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पटना। बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज फिर एक विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि लोग आज भी उन्हें अछूत समझते हैं। अनूसूचित जाति में जन्म लेने में मेरा क्या कसूर है। उन्होंने कहा कि मधुबनी जिले में मेरे पूजा करने के बाद मूर्ति धुलवाई गई। कुर्सी जाने का मुझे कोई डर नहीं है। मेरी सरकार तो सिर्फ दस महीने की ही है। सीएम ने भोला पासवान शास्त्री के जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अगड़ी जाति के लोग काम पड़ने पर पैर छूते हैं पर उनका मन काला है। लोग एससी एसटी से आज भी भेदभाव करते हैं।

गौरतलब है कि सीएम इससे पहले भी अपने कई बयानों में घिरते रहे हैं। एक बार उन्होंने काला कारोबार करने वालों को माफ तक करने की बात कही थी। इसके अलावा उनकी महादलितों को शराब पीने के बयान पर भी काफी हंगामा हुआ था।

सीएम को दी गई गलत जानकारी: विनोद सिंह

सीएम के बयान पर जदयू के विधान पार्षद विनोद सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी को मूर्ति धुलवाने की गलत जानकारी दी गई। सीएम के उस दौरे के समय वह उनके साथ थे। मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर वहां के लोगों में काफी खुशी थी। किसी ने बिना जांच पडताल किए हुए उन्हें गलत जानकारी दी। पटना जाकर उन्हें सही बात की जानकारी देंगे।

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