अनुपम खेर बोले, पीएम का चमचा कहने का मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
अभिनेता अनुपम खेर को इससे जरा भी फर्क नहीं पड़ता कि उनके आलोचक उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चमचा कहते हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री दिन-रात देश के लिए काम करते हैं। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि बच्चे अपने पीएम का गुणगान क्यों नहीं कर सकते?
By Sachin MishraEdited By: Updated: Sat, 12 Mar 2016 08:38 PM (IST)
नई दिल्ली। अभिनेता अनुपम खेर को इससे जरा भी फर्क नहीं पड़ता कि उनके आलोचक उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चमचा कहते हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री दिन-रात देश के लिए काम करते हैं। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि बच्चे अपने पीएम का गुणगान क्यों नहीं कर सकते? उनका नारा क्यों नहीं लगा सकते। अनुपम खेर एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे।
खेर ने कहा कि हमारे बच्चे स्कूलों में अपने प्रधानमंत्री की प्रशंसा में नारे क्यों नहीं लगा सकते? जब हम बच्चे थे, अपने स्कूल में लाल बहादुर शास्त्री की प्रशंसा में नारे लगाते थे। इसमें बुराई क्या है? एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि इस वक्त एक आदमी (मोदी) जो दिन-रात काम करता है। जिसने दुनिया भर में हमारे देश की छवि बेहतर की है। लेकिन वे (आलोचक) उनके प्रत्येक काम में कमियां ढूंढऩे और उनको नीचा दिखाने में ही लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी हमेशा देश के बारे में बातें करते हैं। उनसे पहले ऐसा कोई प्रधानमंत्री नहीं हुआ, जिसने कभी भी लालकिले की प्राचीर से महिलाओं के लिए शौचालय की बात की हो।
यह पूछने पर कि आलोचक आपको मोदी का चमचा कहते हैं, खेर ने कहा कि किसी की बाल्टी बनने से बेहतर मैं खुद को नरेंद्र मोदी का चमचा कहलाना पसंद करूंगा। वे (आलोचक) अपने बचाव में चमचा शब्द का प्रयोग कर रहे हैं। मैं तो अभिनेता दिलीप कुमार और अमिताभ बच्चन का भी चमचा हूं। उन्होंने कहा कि यदि किसी की प्रशंसा करने के लिए आप चमचा शब्द का प्रयोग कर रहे हैं, तो मेरे ऊपर यह बिल्कुल सटीक बैठता है, क्योंकि काफी लंबे समय बाद हमारे पास एक ऐसा प्रधानमंत्री है, जिसने देश के लिए मेरे मन में भावनाएं पैदा की हैं, एक ऐसा आदमी जिसको जीवन में अनायास ही सफलता नहीं मिली, एक व्यक्ति जिसको विरासत में राजनीति नहीं मिली।