मरने के बाद मेरी राख भी यहीं मेरे अपनों के साथ मिलेगी : सोनिया गांधी
सोनिया गांधी त्रिवेंद्रम में एक रैली को संबोधित करते हुए भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उनका परिवार इटली में वह इससे शर्मिंदा नहीं हैं।
तिरुअनंतपुरम, प्रेट्र। इतालवी मूल के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बेहद भावुक जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भारत उनका घर है और यहीं उनकी राख भी उनके अपनों के साथ मिल जाएगी।
विवादित अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले तीन दिनों में दो बार सोनिया गांधी के इतालवी मूल का मुद्दा उठाया था। सोनिया ने भी उनको जवाब देने के लिए चुनावी रैली का सहारा लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुझसे मेरा भारत प्रेम छीन नहीं सकते हैं। उनका कहना था कि वह नहीं जानती हैंं कि प्रधानमंत्री उनकी भावनाओं को समझते हैं या नहीं लेकिन यहां की जनता उनकी भावनाओं को जरूर समझेगी।
केरल में अपने चुनावी अभियान के पहले दिन की दूसरी रैली में भाषण खत्म करते हुए उन्होंने कहा कि वह लोगों को राजनीतिक नहीं बल्कि कुछ व्यक्तिगत बताना चाहती हैं। यह कांग्रेस खासतौर से उनके बारे में प्रधानमंत्री के बयान को लेकर है। उन्होंने कहा, 'हां मैं इटली में पैदा हुई थी। 1968 में इंदिरा गांधी की बहू बनकर भारत आई। भारत में मैंने अपने जीवन के 48 साल गुजारे हैं। यह मेरा घर है, मेरा देश है। इन 48 सालों में आरएसएस, भाजपा और कुछ अन्य पार्टियों ने हमेशा मेरे जन्म को लेकर तंज कसे हैं। मैंने ईमानदार माता-पिता के यहां जन्म लिया और मुझे कभी भी इस बात की शर्म महसूस नहीं हुई। सही है कि इटली में मेरे रिश्तेदार हैं। मेरी 93 साल की मां है और दो बहने हैं। लेकिन यहां मेरे देश भारत में, इसी हिस्से में मेरे प्रियजन का खून मिला हुआ है। यही मैं अंतिम सांस लूंगी। यहीं आपके और मेरे प्रियजनों के साथ मेरी भी राख मिल जाएगी।'
सोनिया ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी का एकमात्र उद्देश्य झूठ फैलाना और अपने विरोधियों के चरित्र की हत्या करना है। मेरी ईमानदारी पर अंगुली उठाते हुए प्रधानमंत्री चाहे कितना भी गिर जाएं, लेकिन भारत के प्रति मेरे प्यार और प्रतिबद्धता की सच्चाई को नहीं झुठला सकते। प्रधानमंत्री मोदी मेरी इस भावना को समझेंगे, इसकी मुझे उम्मीद नहीं है, लेकिन मुझे पता है कि आप लोग इसे जरूर समझेंगे।'