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लहर पर भरोसा होता तो नहीं बुलाते मोदी को: उद्घव

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित रैलियों के मद्देनजर अपनी पूर्व सहयोगी भाजपा पर हमला करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्घव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि अगर भाजपा को 'मोदी लहर'Þ से अपनी जीत का इतना ही भरोसा होता तो प्रधानमंत्री को रैलियां संबोधित करने के लिए बुलाया ही नहीं जाता। उद्घव ने कहा, 'उनक

By Sudhir JhaEdited By: Updated: Thu, 02 Oct 2014 07:23 AM (IST)
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मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित रैलियों के मद्देनजर अपनी पूर्व सहयोगी भाजपा पर हमला करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्घव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि अगर भाजपा को 'मोदी लहर'Þ से अपनी जीत का इतना ही भरोसा होता तो प्रधानमंत्री को रैलियां संबोधित करने के लिए बुलाया ही नहीं जाता।

उद्घव ने कहा, 'उनकी [भाजपा] ओर से कई बयान आए हैं जो आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कई रैलियों को संबोधित करने की मोदी की योजना का खुलासा करते हैं। मेरे मन में मोदी के खिलाफ कुछ नहीं है, लेकिन यह बहुत स्पष्ट है कि यदि वाकई राज्य में मोदी लहर होती तो वे राज्य में मोदी को कई रैलियां करने के लिए बुलाते ही नहीं। ऐसा पहली बार हो रहा है कि प्रधानमंत्री विधानसभा चुनाव से पहले इतनी रैलियों को संबोधित करेंगे।'

शिवसेना अध्यक्ष अपने निवास पर उनसे मिलने आए महाराष्ट्र सिख एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल से भेंट के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। एसोसिएशन ने विधानसभा चुनाव में शिवसेना का समर्थन करने की घोषणा की है।

उल्लेखनीय है कि भाजपा के महासचिव और महाराष्ट्र मामलों के प्रभारी राजीव प्रताप रूड़ी ने मंगलवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार से 13 अक्टूबर के बीच 22 से 24 रैलियां करेंगे। बाद में भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने भी नई दिल्ली में बुधवार को घोषणा की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार से 13 अक्टूबर के बीच हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार करेंगे।

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