जमात-उद-दावा ने आतंकी वकास को बनाया था चलता-फिरता बम
पाकिस्तान में जमात-उद-दावा संगठन की आड़ में कुख्यात आतंकी हाफिज सईद युवाओं को आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा से जोड़ रहा है। उन्हें शिविरों में आतंकी गतिविधियों का प्रशिक्षण देकर तबाही मचाने भारत भेजा जा रहा है। जियाउर रहमान उर्फ वकास की गिरफ्तारी के बाद ये साफ हुआ है कि उसे जमात-उद-दावा ने ही आ
By Edited By: Updated: Mon, 24 Mar 2014 08:49 AM (IST)
नई दिल्ली। पाकिस्तान में जमात-उद-दावा संगठन की आड़ में कुख्यात आतंकी हाफिज सईद युवाओं को आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा से जोड़ रहा है। उन्हें शिविरों में आतंकी गतिविधियों का प्रशिक्षण देकर तबाही मचाने भारत भेजा जा रहा है। जियाउर रहमान उर्फ वकास की गिरफ्तारी के बाद ये साफ हुआ है कि उसे जमात-उद-दावा ने ही आतंकी प्रशिक्षण दिया था। गौरतलब है कि मुंबई हमले में जमात-उद-दावा का नाम सामने आया था, लेकिन हाफिज सईद ने इससे इन्कार किया था।
स्पेशल सेल उपायुक्त संजीव यादव के अनुसार पाकिस्तानी नागरिक वकास बम बनाने में माहिर है। स्कूल के समय से ही वह जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के भाषण सुनने लगा था। पाकिस्तान के फैसलाबाद शहर से फूड टेक्नोलॉजी का डिप्लोमा पूरा करने के बाद वर्ष 2009 में वह जमात-उद-दावा के लिए चंदे की उगाही करने वाले ताज मोहम्मद के संपर्क में आ गया। उसके कहने पर वकास ने नौसेरा स्थित लश्कर के शिविर में 21 दिन की आतंकी ट्रेनिंग (दौरा-ए-आम) ली। इसके बाद जैश-ए-मोहम्मद सदस्य अब्दुल रहमान के निर्देश पर पाकिस्तान के वजीरिस्तान प्रांत के कबीलाई क्षेत्र में हथियार व बम बनाने का प्रशिक्षण लिया। मनगढ़ंत कहानियों से बना जेहादी:-
वकास के दादा पंजाब के फगवाड़ा में रहते थे। विभाजन के दौरान उसका परिवार पाकिस्तान जाकर बस गया था। बचपन से ही वकास को विभाजन के समय हुए कत्लेआम की कहानियां सुनने को मिलती थीं। युवा होने पर उसे जेहादी संगठनों द्वारा सभाओं में मनगढ़ंत कहानियां सुनाई गईं। जिससे वकास को भारत से नफरत हो गई। कई तरह के बम बनाने में माहिर :-
वकास हाइड्रोजन परॉक्साइड की मदद से केमिकल बम, पोटेशियम क्लोराइड व अमोनियम नाइट्रेट से भी वह बम बना लेता है। यह सभी सामान आसानी से भारतीय बाजार में उपलब्ध है। जैश-ए-मोहम्मद ने वकास की कराची में आइएम प्रमुख रियाज व इकबाल भटकल से मुलाकात कराई थी। वर्ष 2010 में भारत आने के तुरंत बाद वकास ने दिल्ली में जामा मस्जिद शूटआउट को अंजाम दिया था। मोदी पर हमले की साजिश नाकाम किसी नेता को अगवा या आतंकी हमला कर सकता है आइएम इंडियन मुजाहिदीन के तीन आतंकी गिरफ्तार इन वारदात में शामिल था वकास:- जामा मस्जिद शूटआउट : 19 सितंबर 2010 को ताइवानी सैलानियों की बस पर फायरिंग। दो सैलानी घायल। कुछ समय बाद ही एक कार में विस्फोट। वारदात को वकास ने यासीन भटकल व बिहार मॉडयूल की मदद से अंजाम दिया। वाराणसी शीतलाघाट ब्लास्ट :- सात दिसंबर 2010 को गंगा आरती के दौरान शीतलाघाट पर बम विस्फोट में दो वर्षीय बच्ची स्वास्तिका की मौत हो गई थी जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे। मुंबई ब्लास्ट : 13 जुलाई 2011 को मुंबई के ओपेरा हाउस, झावेरी बाजार तथा कबूतरखाना इलाके में बम धमाकों में 21 नागरिकों की मौत व 141 लोग घायल हुए थे। पुणे ब्लास्ट : एक अगस्त 2012 को पुणे में श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों में एक व्यक्ति घायल हुआ था। हैदराबाद ब्लास्ट : 21 फरवरी 2013 को हैदराबाद के दिलसुख नगर में दो स्थानों पर विस्फोट में 17 लोगों की मौत, 119 घायल। - 19 सितंबर 2010 को ताइवानी सैलानियों की बस पर फायरिंग। दो सैलानी घायल। इस घटना के कुछ समय बाद ही डेढ़ सौ मीटर दूर एक कार में विस्फोट। गनीमत रही कि बम पूरी तरह नहीं फटा। वारदात को वकास ने यासीन भटकल तथा बिहार मॉड्यूल की मदद से अंजाम दिया। - 7 दिसंबर 2010 को गंगा आरती के दौरान शीतलाघाट पर बम विस्फोट में दो वर्षीय बच्ची स्वास्तिका की मौत हो गई थी जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे। यासीन के साथ मिलकर वकास ने इस विस्फोट को अंजाम दिया। इस दौरान डेटोनेटर को टाइमर से जोड़ते समय वकास के बांये हाथ की दो अंगुली में भी चोट लगी थी। - 1 अगस्त 2012 को पुणे में सिलसिलेवार बम धमाकों में एक व्यक्ति घायल हुआ था। विस्फोट को वकास, असदउल्लाह के अलावा असद, इमरान, इरफान फिरोज व सैयद मकबूल (स्पेशल सेल गिरफ्तार कर चुकी है) ने अंजाम दिया था। - 13 जुलाई 2011 को मुंबई के ओपेरा हाउस, झावेरी बाजार तथा कबूतरखाना इलाके में बम धमाकों में 26 नागरिकों की मौत हो गई थी तथा 130 लोग घायल हुए थे। वकास के साथ यासीन, असदउल्लाह तथा तहसीन अख्तर इस विस्फोट के पीछे थे। - 21 फरवरी 2013 को हैदराबाद के दिलसुख नगर में दो स्थानों पर विस्फोट में 17 लोगों की मौत, 119 घायल। वकास के अलावा असदउल्लाह तथा तहसीन अख्तर इस विस्फोट में शामिल थे। आतंकियों के पास से बरामद समान:- - दो प्लास्टिक बोरी में 25 किलो विस्फोटक (बारूद होने की संभावना) - 400 डेटोनेटर - दस घड़ियां - 550 ग्राम बॉल बेयरिंग - दो तैयार सर्किट - 100 ग्राम छोटी कील - दस सर्किट प्लेट - बैटरी - मैग्नेशियम सल्फेट - सोडियम क्लोराइड - सोल्डरिंग रॉड - मल्टीमीटर - ट्रांजिट सर्किट - ढाई सौ ग्राम सिल्वर रंग का विस्फोटक पदार्थ - साकिब व महरूफ से दो लैपटॉप के अलावा तीन मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, जेहादी दस्तावेज व कुछ किताबें भी जब्त की गई हैं।