भारत-पाक विदेश सचिवों की बातचीत में भारत ने साफ कर दिया कि आतंकवाद और बातचीत दोनों एक साथ नहीं चल सकते। हालांकि पाक ने कश्मीर मुद्दे को कोर इश्यू करार दिया।
By Sachin BajpaiEdited By: Updated: Tue, 26 Apr 2016 04:04 PM (IST)
नई दिल्ली(जेएनएन)। हॉर्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस से इतर भारत और पाक विदेश सचिवों की बातचीत करीब पौेने दो घंटे तक हुई। दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जताई कि भारत और पाकिस्तान के बीच दोस्ताना संबंध कायम रखने के लिए बातचीत की प्रक्रिया निर्बाध तरीके से चलती रहनी चाहिए। आइए आप को बताते हैं कि एस जयशंकर और एजाज चौधरी के बीच बातचीत में दोनों देशों ने किन मुद्दों को रखा।
भारत सरकार का पक्ष - दोनों देशों के विदेश सचिवों की बातचीत में पठानकोट एयरबेस पर हमले का मामला उठा। भारत ने पाकिस्तान से साफ शब्दों में कहा कि पठानकोट मामले में पाक को संवेदनशील होने की जरूरत है। पाकिस्तान की तरफ से ऐसे कदम उठाए जाने की जरूरत है जिससे ये महसूस हो सके कि वो पठानकोट मामले में ठोस कदम उठा रहा है। - पाकिस्तान द्विपक्षीय संबंधों और आतंकी हमलों को अलग करके नहीं देख सकता है। दोनों मुद्दे एक दूसरे के साथ जुड़़े हुए हैं। आतंकी हमलों का भारत के साथ रिश्तों पर असर पड़ता है । जिसे पाकिस्तान को समझने की जरूरत है।
- पाकिस्तान में कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी पर भारत ने कहा कि वो नौसेना के अधिकारी रहे हैं। उन तक राजनयिक तौर पर पहुंचने के लिए पाकिस्तान से अपील की गयी है। बताया जा रहा है कि विदेश सचिव एस जयशंकर ने कहा कि ऐसी कौन सी खुफिया एजेंसी होगी जो अपने खुद के पासपोर्ट और बगैर वीजा के ऐसे कामों के लिए एजेंट्स को शामिल करेगी। - भारत ने साफ कर दिया कि बलोचिस्तान में उसकी किसी तरह की भूमिका नहीं है। भारत ने ये भी कहा कि पाकिस्तान की धरती से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने वालों को किसी तरह की रियायत नहीं मिलनी चाहिए।
- जैश सरगना मसूद अजहर को यूएन 1267 की सैंक्शन लिस्ट में शामिल करने की मामला उठाया।
पाकिस्तान का पक्ष -पाकिस्तान ने बातचीत में कश्मीर के मुद्दे को उठाया। कश्मीर समस्या के समाधान के लिए कश्मीरियों की इच्छा और संयुक्त राष्ट्र के प्रावधानों का किया जिक्र - पाकिस्तान में गिरफ्तार कुलभूषण जाधव का किया जिक्र। - समझौता ब्लास्ट के आरोपियों की रिहाई पर जताई चिंता। हॉर्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस में शिरकत करने से पहले पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने भारतीय विदेश सचिव एस जयशंकर से साउथ ब्लॉक में मुलाकात की। यह पहले से चल रही योजनाबद्ध व्यापक द्विपक्षीय बातचीत का हिस्सा नहीं था।
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हॉर्ट ऑफ कॉन्फ्रेंस की खास बातें
-भारतीय विदेश सचिव एस जयशंकर ने अफगानिस्तान के डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर हिकमत खलील करजई से मुलाकात की।
कांग्रेस की सधी प्रतिक्रिया
दोनों देशों के विदेश सचिवों की होने वाली बातचीत पर कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से दोनों देशों के बीच बातचीत की समर्थक रही है। लेकिन किसी भी वार्ता का मतलब कॉफी टेबल संवाद तक सीमित नहीं होना चाहिए।
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