सीमा विवाद को रणनीतिक लक्ष्य बना सुलझाएंगे भारत-चीन
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। भारत और चीन के बीच दोस्ती की नई इबारत लिखने आए चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग पुराने सीमा विवाद की छाया में हुए कई कारोबारी समझौतों की सौगात लेकर लौट गए। उनकी यात्रा के बाद दोनों देशों ने संयुक्त बयान जारी कर सीमा विवाद को रिश्तों में 'रणनीतिक लक्ष्य' बनाते हुए जल्द सुलझाने का संकल्प जताया। साथ ही सीमा पर शांति
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। भारत और चीन के बीच दोस्ती की नई इबारत लिखने आए चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग पुराने सीमा विवाद की छाया में हुए कई कारोबारी समझौतों की सौगात लेकर लौट गए। उनकी यात्रा के बाद दोनों देशों ने संयुक्त बयान जारी कर सीमा विवाद को रिश्तों में 'रणनीतिक लक्ष्य' बनाते हुए जल्द सुलझाने का संकल्प जताया। साथ ही सीमा पर शांति को द्विपक्षीय संबंधों में बढ़ोतरी की गारंटी भी करार दिया। आपसी संवाद बढ़ाने के लिए दोनों मुल्क इस साल पहली बार समुद्री सुरक्षा पर भी वार्ता करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति चिनफिंग के बीच गुरुवार को हुई वार्ता के बाद 28 बिंदुओं वाले साझा बयान में दोनों देशों ने राजनीतिक संवाद संपर्क बढ़ाने और आर्थिक साझेदारी की कोशिशों को सीमा-विवाद के मामले पर ऊपर रखा है। संयुक्त वक्तव्य के अनुसार, दोनों देशों ने रणनीतिक लक्ष्य मानते हुए सीमा विवाद को सुलझाने की बात की। लद्दाख के चुमार क्षेत्र में चीनी सैनिकों की घुसपैठ के बीच हुई चीनी राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान बातचीत की मेज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर भारत के एतराज को स्पष्ट रूप से दर्ज कराया था।