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ईद से पहले ही मनी ईद: सऊदी जेल से छूटे 40 भारतीय

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो। सऊदी अरब की जेल में एक साल से बंद भारत के 40 मुस्लिम युवकों के लिए ईद शुक्रवार को ही हो गई। भारत सरकार ने विशेष कूटनीतिक कवायद के जरिये उन्हें न सिर्फ रिहा करा लिया बल्कि स्वदेश भी ले लाई। शुक्रवार की सुबह दिल्ली पहुंचे इन युवकों से मुलाकात कर केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि प्रधानमंत्री न

By Edited By: Updated: Fri, 18 Jul 2014 10:18 PM (IST)
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नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो। सऊदी अरब की जेल में एक साल से बंद भारत के 40 मुस्लिम युवकों के लिए ईद शुक्रवार को ही हो गई। भारत सरकार ने विशेष कूटनीतिक कवायद के जरिये उन्हें न सिर्फ रिहा करा लिया बल्कि स्वदेश भी ले लाई। शुक्रवार की सुबह दिल्ली पहुंचे इन युवकों से मुलाकात कर केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते थे कि बेवजह जेल में बंद युवा जल्द से जल्द छुड़ाए जाएं। सुषमा ने कहा कि सरकार दूसरे देशों में बेवजह बंद अन्य भारतीयों के बारे में भी जानकारी ले रही हैं। उन मामलों में भी पूरी गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि बिहार, राजस्थान और झारखंड के 40 नौजवान मक्का की कंपनी नेसमा एंड पार्टनर्स में काम करने गए थे। वहां एक युवक की मौत को लेकर प्रदर्शन के बाद 12 जून 2013 से वे जेल में थे। उन्हें दो महीने कैद और पचास कोड़े की सजा सुनाई गई थी लेकिन सजा पूरी करने के बाद भी उन्हें किसी न किसी दफा में जेल में ही रखा गया था। उन्हें रिहा कराने के लिए पीड़ितों के परिजनों ने संप्रग सरकार का भी खटखटाया था। प्रभावी कार्रवाई तब शुरू हुई जब भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, सांसद राजीव प्रताप रूड़ी व अर्जुन मेघवाल ने इस मुद्दे पर नई सरकार की विदेश मंत्री सुषमा से मुलाकात की। इन युवकों में 27 बिहार के, 12 राजस्थान के और एक झारखंड का निवासी है। जदयू के सांसद अली अनवर ने भी बाद में सुषमा से मुलाकात की थी। पंद्रह दिनों के अंदर सरकार ने इस काम को पूरा भी कर दिया और यह सुनिश्चित कर लिया कि वह अपनी ईद अपने घर पर मनाएं।

शुक्रवार को विदेश मंत्री के अधिकारी के साथ-साथ शाहनवाज और मेघवाल युवकों को लेकर जवाहर भवन पहुंचे जहां सुषमा और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने उनसे मुलाकात कर बधाई दी। बाद में शाहनवाज ने दावा कि यह सफलता ही दिखाती है कि देश में मजबूत सरकार के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बदलाव होता है।

..ऐसे बनी बात

मंशा और विशेष कवायद.। सऊदी की जेल में बंद युवकों की रिहाई का मंत्र यही था। बताते हैं कि भाजपा सांसदों के बाद 2 जुलाई को पीड़ितों के परिजन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिले तो उन्होंने भी तत्काल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। मोदी ने उन्हें हर प्रयास कर यह मिशन पूरा करने को कहा और सुषमा ने सऊदी अरब में भारत के राजदूत हामिद अली राव को इसे एक मिशन के रूप में पूरा करने का निर्देश दिया। स्थानीय स्तर पर सारे काम पूरे हो गए तो एक अड़चन फिर से आ गई। दरअसल रमजान के कारण युवकों की रिहाई के आदेश पर स्थानीय गर्वनर से हस्ताक्षर लेने में मुश्किल आ रही थी। सूत्रों के अनुसार, सुषमा ने राजदूत के जरिये यह संकेत भिजवाया कि इसे भारत को ईद का तोहफा के रूप देखें। नतीजा सामने था। संबंधित कंपनी ने न सिर्फ युवकों पर लगाया क्षतिपूर्ति का मामला वापस ले लिया बल्कि उन्हें भारत वापस आने के लिए पैसे भी दिए।

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