अब मंगल दूर नहीं
वो दिन दूर नहीं जब भारत आसमान में अपनी एक और कामयाबी का इतिहास रचने वाला है। आज से महज 33 दिनों बाद भारत आसमान में एक और उपलब्धि हासिल करने वाला देश बन जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष शोध संस्थान ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि भारत का स्वदेशी मंगलयान लाल ग्रह से महज नौ मिलियन यानी नब्बे लाख किलोमीटर दूर है।
By Edited By: Updated: Sun, 24 Aug 2014 07:21 AM (IST)
चेन्नई। वो दिन दूर नहीं जब भारत आसमान में अपनी एक और कामयाबी का इतिहास रचने वाला है। आज से महज 33 दिनों बाद भारत आसमान में एक और उपलब्धि हासिल करने वाला देश बन जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष शोध संस्थान ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि भारत का स्वदेशी मंगलयान लाल ग्रह से महज नौ मिलियन यानी नब्बे लाख किलोमीटर दूर है।
मंगलयान अपने लक्ष्य मंगल मिलन अभियान यानी मंगल ग्रह से सिर्फ नौ मिलियन किलोमीटर दूर है। जबकि ये यान पृथ्वी से 189 मिलियन किलोमीटर की दूरी तय कर चुका है। सोशल नेटवर्किग साइट पर इसरो ने इस बात की जानकारी दी है कि मंगलयान अगले 33 दिनों में यानी 24 सितंबर को लाल ग्रह में पहुंच जाएगा। 24 सितंबर को लाल ग्रह के वातावरण में प्रवेश करने से पहले 'इसरो' के वैज्ञानिक अंतिम बार अगस्त में इसके प्रक्षेप-पथ (ट्रेजेक्टरी) में सुधार करने की तैयारी कर रहे हैं, ताकि 'मंगल मिलन' का मिशन कामयाब हो सके। इस अंतिम चरण में सबसे बड़ी चुनौती यान को सटीक तौर पर धीमा करने की होगी ताकि मंगल ग्रह अपने कम गुरुत्व बल के जरिये इसे अपने उपग्रह के रूप में स्वीकार करने को तैयार हो जाये। इसरो का यह 'मार्स मिशन' सफल रहा तो भारत मंगल फतह करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जायेगा। इससे पहले यूरोपीय संघ की यूरोपियन स्पेस एजेंसी, अमेरिका की 'नासा' और रूस की 'रोस्कास्मोस' अंतरिक्ष एजेंसी लालग्रह पर यान भेजने में सफल रहे हैं।
गौरतलब है कि 450 करोड़ के लागत वाले 'मंगल मिलन' के लिए 5 नवंबर, 2013 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से रवाना किया गया भारत का स्वदेशी मंगलयान 'मार्स आर्बिटर' इस समय 22 किलोमीटर प्रति सेकेंड की गति से लालग्रह की ओर अग्रसर है। सीधे सरल शब्दों में इसकी रफ्तार की बात की जाये तो यह दिल्ली-मुंबई के बीच की कोई 1384 किलोमीटर की दूरी मात्र एक मिनट यानी 60 सेकेंड में तय कर रहा है। लगातार आगे बढ़ते हुए 22 करोड़ किलोमीटर से ज्यादा लम्बी यात्रा करीब 300 दिन में पूरी करने के बाद आखिरकार 24 सितंबर को मंगल ग्रह की कक्षा में स्थापित हो जायेगा हमारा अपना मंगलयान।