इंडो-यूएस फोरम: वैश्विक चुनौती बना सीमा पार आतंकवाद : सुषमा
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौती बन गया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। पाकिस्तान पर प्रहार करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौती बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद से निपटने के लिए सहयोग बढ़ रहा है। विदेश मंत्री ने चीन के 'बेल्ट एंड रोड' का परोक्ष जिक्र करते हुए कहा कि परियोजनाओं को लागू करने के दौरान संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए।
सुषमा स्वराज सोमवार को इंडो-यूएस फोरम के कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने विभिन्न मुद्दों का जिक्र किया। उन्होंने भारत-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति को विश्व के समक्ष मौजूद प्रमुख चुनौतियों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका मिलकर अंतरराष्ट्रीय नियमों पर आधारित व्यवस्था को कायम कर रहे हैं। इससे सभी देशों को लाभ मिला है। उनका इशारा दक्षिण चीन सागर में चीन के सैन्य शक्ति में इजाफे की ओर था।
पाकिस्तान से बिगड़ते रिश्तों का जिक्र करते हुए सुषमा ने कहा कि सिर्फ एक देश को छोड़कर भारत की 'पहले पड़ोसी' की नीति कारगर रही है। आतंकवाद की चुनौती पर सुषमा का कहना था कि भारत और अमेरिका इससे निपटने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं। दोनों देश आतंकवाद के शिकार हैं। भारत वर्षों से सीमा पार आतंकवाद का सामना कर रहा है। अब यह क्षेत्रीय और यहां तक कि वैश्विक चुनौती बन चुका है। भारत संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के उद्देश्यों और सिद्धांतों की रक्षा के लिए अमेरिका और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर काम करता रहेगा।