कहीं सोने के रूप में तो नहीं आ रहा काला धन
स्विटजरलैंड के बैंकों में जमा काला धन का मामला तो पहले से ही जांच का विषय है, लेकिन हाल के महीनों मे वहां से भारत आ रहे सोना का मामला सरकार के साथ ही जांच एजेंसियों के लिए चिंता का सबब बन गया है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। स्विटजरलैंड के बैंकों में जमा काला धन का मामला तो पहले से ही जांच का विषय है, लेकिन हाल के महीनों मे वहां से भारत आ रहे सोना का मामला सरकार के साथ ही जांच एजेंसियों के लिए चिंता का सबब बन गया है। भारत ने जब से सोना के आयात पर पाबंदी लगाना शुरू किया है तब से स्विट्जरलैंड से आयात होने वाले सोने की मात्रा में काफी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इस वर्ष वहां से भारत 70,000 करोड़ रुपये के सोने का आयात किया गया है तो पिछले वर्ष के मुकाबले काफी ज्यादा है। सिर्फ सितंबर, में ही वहां से आयात होने वाले सोने की मात्रा दोगुनी हो गई है। जांच एजेंसियों को शक है कि वहां जमा काले धन को कहीं सोने में तब्दील कर भारत तो नहीं भेजा जा रहा।
स्विट्जरलैंड सरकार की तरफ से जारी आंकड़े बताते हैं कि जनवरी से सितंबर के दौरान वहां से भारत 11.4 अरब स्विस फ्रैंक मूल्य के सोने का निर्यात किया गया है। स्विट्जरलैंड से इतनी मात्रा में भारत को कभी भी सोना निर्यात नहीं किया गया। जांच एजेंसियों की नजर सोने के बढ़ते आयात पर पहले से ही है। लेकिन स्विट्जरलैंड से बढ़ते आयात को लेकर जांच एजेंसियां हाल ही में सर्तक हुई हैं। इस आयात को वहां के बैंकों में काला धन रखने के मामले से जोड़ कर देखा जा रहा है। चूंकि दोनो देशों में यह एक प्रमुख राजनीतिक मामला बन गया है। इसलिए स्विट्जरलैंड आधारित बैंक भारतीय ग्राहकों से कन्नी काटने लगे हैं। बैंक इन ग्राहकों से अब जमा राशि के स्त्रोत के बारे में भी पूछने लगे हैं। ऐसे में इस बात की संभावना है कि पुराने पड़े काले धन को सोने के आयात में तब्दील कर भारत पहुंचाया जा रहा हो।