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भविष्य में आपकी कार से बिजली लेकर, घर-घर रोशनी फैलाएंगी सरकारें

भविष्य में इलेक्ट्रॉनिक कारें सर्वश्रेष्ठ परिवहन साधन बन सकती हैं। इससे न केवल ऊर्जा की बचत होगी, बल्कि आर्थिक रूप से भी यह तकनीक मददगार साबित होगी।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Mon, 27 Nov 2017 10:00 AM (IST)
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भविष्य में आपकी कार से बिजली लेकर, घर-घर रोशनी फैलाएंगी सरकारें

नई दिल्‍ली (नेशनल डेस्‍क)। जिस दर से वैश्विक आबादी बढ़ रही है उसी दर से परंपरागत ईंधनों का दोहन भी बढ़ रहा है। ऐसे में भविष्य में ईंधन की कमी के संकट को देखते हुए दुनियाभर के वैज्ञानिक इसके विकल्प तलाश रहे हैं। इस पर कार्य कर रहे वैज्ञानिकों का कहना है कि भविष्य में इलेक्ट्रॉनिक कारें सर्वश्रेष्ठ परिवहन साधन बन सकती हैं। इससे न केवल ऊर्जा की बचत होगी, बल्कि आर्थिक रूप से भी यह तकनीक मददगार साबित होगी। वैज्ञानिकों के अनुसार इलेक्ट्रिक कारों में एकत्र ऊर्जा को ग्रिड में वापस भेजा जा सकेगा। इससे ऊर्जा बिल्कुल भी बर्बाद नहीं जाएगी। वहीं, इस तकनीक के जरिए परिवहन के साधन स्वच्छ ऊर्जा पर निर्भर होंगे, जिसके परिणामस्वरूप मानव और पर्यावरण दोनों को लाभ पहुंचेगा। लेकिन इस तकनीक को धरातल पर लाने में एक अड़चन है। इसे लागू करने के लिए हमें सर्वप्रथम परंपरागत विद्युत प्रणाली को अपग्रेड करने की आवश्यकता पड़ेगी।

दो वैज्ञानिकों ने अलग-अलग एक तकनीक पर किया काम

एनर्जी जर्नल नामक जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, दो वैज्ञानिकों ने दिखाया है कि किस प्रकार इन विरोधाभासी स्थितियों से निबटकर इसका समाधान तलाश जा सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, वर्तमान में मौजूद तकनीक का प्रयोग कर यदि बची हुई ऊर्जा को ग्रिड में वापस पंप किया जाएगा तो इससे कार की बैट्री खराब हो सकती है। लेकिन इस प्रणाली में कुछ सुधार के जरिए हमें बहुमूल्य साफ ऊर्जा प्राप्त हो सकती है।

वी2जी है भविष्य की तकनीक

इलेक्ट्रॉनिक कारें जब चल नहीं रही होती हैं तब उनमें अतिरिक्त ऊर्जा एकत्र होती है। जब इन कारों का प्रयोग न किया जा रहा हो तब वीहकल-टू-ग्रिड (वी2जी) तकनीक के जरिए इनमें बची हुई ऊर्जा को वापस ग्रिड में भेजना संभव है। यह ऊर्जा विद्युत आपूर्ति की आवृत्ति को विनियमित करने में मदद कर सकती है। इससे अतिआवश्यक स्थिति में जरूरत से कम बिजली के खरीदनी पड़ेगी क्योंकि बाकी ऊर्जा इन इलेक्ट्रॉनिक कारों की बैट्री से मिल जाएगी। इसके साथ ही सिस्टम के पावर आउटपुट में वृद्धि होगी।

इन्होंने किया अध्ययन

हाल ही में किए गए दो अध्ययनों, जिनमें से एक ब्रिटेन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ वॉरविक के कोतुब उद्दीन और दूसरा अमेरिका के हवाई नेचुरल एनर्जी इंस्टीट्यूट के मैथ्यु डुबरी द्वारा किया गया। इनमें से एक ने सुझाव दिया कि वी2जी तकनीक के जरिए न केवल ऊर्जा की प्राप्ति होगी, बल्कि बैट्री की लाइफ में भी सुधार होगा।

एक हुए वैज्ञानिक, साथ में पूरा कर रहे अध्ययन

इन दोनों वैज्ञानिकों ने इस अनंत संभावनाओं से भरे अध्ययन पर एक साथ काम करके देखा कि उनके अध्ययन कैसे एक-दूसरे को ओवरलैप कर रहे हैं। उन्हें साथ में अध्ययन करने से लग रहा है कि वे एक ही निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं। डुबरी के मुताबिक, हालांकि हम दोनों के अध्ययन विरोधाभासी हैं, लेकिन वास्तव में देखा तो हमने पाया कि वे एक-दूसरे के पूरक हैं। हालांकि वी2जी आसान तकनीक नहीं है, लेकिन अगर हम सफल होते हैं तो इससे मानव जीवन में ऊर्जा के नए आयाम स्थापित होंगे। इससे ग्रिड के साथ वाहन मालिक को भी आवश्यक ऊर्जा मिल सकेगी। फिलहाल हम इस प्रणाली पर और काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि हम जल्द सफल होंगे और दुनिया को ऊर्जा के बेहतर स्वरूप को उपलब्ध करवाकर ऊर्जा के संकट से निकालने में कुछ मदद कर सकेंगे।

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