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कितना घातक है यूपी विधानसभा में मिला विस्‍फोटक, जान कर रह जाएंगे दंग

यूपी विधानसभा में जो विस्‍फोटक बरामद हुआ है उसकी 100 ग्राम की मात्रा ही किसी कार के परखच्‍चे उड़ा सकती है। यह आतंकियों का पसंदीदा विस्‍फोटक है।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Sat, 15 Jul 2017 10:32 AM (IST)
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कितना घातक है यूपी विधानसभा में मिला विस्‍फोटक, जान कर रह जाएंगे दंग

नई दिल्‍ली (स्‍पेशल डेस्‍क)। उत्तर प्रदेश विधानसभा में विस्‍फोटक बरामद होने के बाद यहां खौफ का माहौल है। यह विस्‍फोटक विधानसभा में नेता विपक्ष की कुर्सी के करीब 50 मीटर की दूरी पर बरामद हुआ है। यह विस्‍फोटक कितना घातक है, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि इसकी महज सौ ग्राम की मात्रा किसी कार के परखच्‍चे उड़ाने के लिए काफी होती है, जबकि विधानसभा में 150 ग्राम विस्फोटक बरामद हुआ। इसका वैज्ञानिक नाम पेनाटेरीथ्रीटोल टेट्रानाइट्रेट या पीईटीएन (Pentaerythritol tetranitrate) है। जर्मन भाषा में इसको नेट्रोपेंटा भी कहा जाता है। इसके अलावा भी इसको PENT, PENTA, TEN, corpent, penthrite के नाम से जाना जाता है।

आतंकियों का सबसे पसंदीदा विस्‍फोटक है PETN

आतंकवादियों द्वारा किए जाने वाले बड़े धमाकों में इसका इस्‍तेमाल ज्‍यादातर किया गया है। वर्ष 2011 में दिल्‍ली हाईकोर्ट के गेट पर हुए धमाके में भी इसका ही इस्‍तेमाल किया गया था। इसमें ग्‍यारह लोगों की मौत हुई थी। इसको आतंकियों का सबसे पसंदीदा हथियार माना जाता है। यह एक प्‍लास्टिक एक्‍सप्‍लोसिव है और इसमें आरडीएक्‍स भी शामिल होता है, जिसकी वजह से यह सबसे घातक विस्‍फोटकों में गिना जाता है।

विधानसभा में मिला 150 ग्राम PETN

विधानसभा की बात करें तो यहां पर मल्‍टी लेयर सिक्‍योरिटी होती है और बिना पास के विधानसभा में प्रवेश कर पाना नामुमकिन होता है, ऐसे में यह यहां विस्फोटक कैसे पहुंचा यह तो जांच का विषय है। माना जा रहा है कि यह अंदर के ही किसी व्‍यक्ति का काम है। जानकारी के मुताबिक विधानसभा से मिला यह विस्‍फोटक करीब 150 ग्राम है। इतना पीईटीएन यहां पर तबाही मचा सकता था। क्योंकि सिर्फ 500 ग्राम पीईटीएन पूरी विधानसभा को उड़ाने के लिए काफी होता। यह सब कुछ उस वक्‍त घटा है जब विधानसभा सत्र चल रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यदि इस विस्‍फोटक ने अपना काम कर दिया होता तो विधानसभा में क्‍या हाल होता।

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इसकी पहचान कर पाना बेहद मुश्किल

ब्‍लैक मार्किट में मिलने वाला यह एक्‍सप्‍लोसिव सफेद रंग का महीन पाउडर होता है। खास बात यह भी है कि इसको मैटल डिटेक्‍टर से नहीं पकड़ा जा सकता है। इसको पकड़ पाना और इसकी पहचान कर पाना काफी मुश्किल होता है। यहां तक कि एयरपोर्ट पर सिक्‍योरिटी के तमाम इंतजाम होने के बाद भी इसको पहचान पाना बेहद मुश्किल होता है। कई देशों में इसको लेकर कड़े नियम हैं और इसकी खरीद-फरोख्‍त पूरी तरह से मना है। इसका इस्‍तेमाल सेनाओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले बमों आदि में किया जाता है। इसके अलावा खदानों में इसका इस्‍तेमाल विस्‍फोट करने के लिए किया जाता है। इसको डेटोनेटर के माध्‍यम से विस्‍फोट कर उड़ाया जाता है।

शॉकवेव तक जनरेट करता है PETN

यह एक ऐसा घातक विस्‍फोटक है जो शॉकवेव और हीटवेव तक जनरेट कर सकता है। इसका इस्‍तेमाल 2001 में अमेरिकन एयरलाइंस को उड़ाने के मकसद से किया गया था। हालांकि वक्‍त रहते इसको पहचान लिया गया था।

उस वक्‍त एक सीरिंज को केमिकल डेटोनेटर के तौर पर इस्‍तेमाल किए जाने का प्‍लान था। हमलावर ने उस वक्‍त यह विस्‍फोटक अपनी पेंट में छिपाकर रखा था। अधिकारियों ने इस मामले में जिस हमलावर को पकड़ा था उसका भाई को भी सऊदी अरब के डिप्‍टी इंटीरियर मिनिस्‍टर को मारने का षड़यंत्र रचने के मामले में गिरफ्तार किया गया था।

 

असेंबली की सिक्‍योरिटी को इसकी कितनी जानकारी

हम सिक्‍योरिटी की बात जरूर करते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि इसको एक्‍स-रे मशीन के द्वारा भी नहीं पहचाना जा सकता है। वहीं जिस मल्‍टीलेयर सिक्‍योरिटी की बात यूपी विधानसभा में की जा रही है, वहां पर सिक्‍यारिटी में कितने अधिकारियों को इस तरह के घातक विस्‍फोटकों की जानकारी होती है, यह भी एक बड़ा सवाल है। इसको छिपाकर ले जाना बेहद आसान होता है, क्‍योंकि इसकी मामूली सी मात्रा ही जबरदस्‍त धमाका करने में सहायक होती है।