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जैश ए मोहम्‍मद भारत में पहले भी दे चुका है कई बड़े हमलों को अंजाम

पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले में जिस आतंकी संगठन का नाम सामने आ रहा है वह पहले भी बड़े आतंकी हमलों को अंजाम दे चुका है। कंधार कांड समेत संसद पर हुए हमले में भी इस संगठन के ही आतंकी शामिल थे।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Thu, 14 Jan 2016 08:39 AM (IST)
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नई दिल्ली। पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर हमला करने वाले आतंकी जिस संगठन से हैं वह पहले भी कई बार भारत में आतंकी हमलों को अंजाम दे चुका है। जैश-ए-मोहम्मद एक पाकिस्तानी जिहादी संगठन है जिसके आतंकी जम्मू-कश्मीर समेत भारत के कई राज्यों में हुए हमलों में शामिल रहे हैं। इसके आतंकी अमेरिका के खिलाफ चलाई जा रही गतिविधियों में भी शामिल रहे हैं।

इसकी स्थापना मसूद अजहर ने मार्च 2000 में की थी। मसूद अजहर वही आतंकी है जिसे कंघार कांड के बाद मजबूरन भारत को रिहा करना पड़ा था। यह भारत में हुए कई आतंकवादी हमलो के लिए ज़िम्मेदार है। जनवरी 2002 में इसे पाकिस्तान की सरकार ने भी प्रतिबंधित कर दिया। इसके बाद जैश-ए-मोहम्मद ने अपना नाम बदलकर 'ख़ुद्दाम उल-इस्लाम​' कर लिया था। यह भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा जारी आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल है।

जैश-ए-मोहम्मद द्वारा की गई बड़ी घटनाएं

- दिसम्बर 1999 में भारतीय विमान आईसी 814 को हाईजैक कर पहले पाकिस्तान और फिर कंधार ले जाने में इसके ही आतंकियों का हाथ था। यात्रियों को सुरक्षित छोड़ने के एवज में इस आतंकी संगठन ने मसूद अजहर की रिहाई की मांग की थी। मजबूरत भारत को इसे छोड़ना पड़ा था। खुद तत्कालीन रक्षा मंत्री जसवंत सिंह उसे अपने साथ कंघार लेकर गए थे।

- मार्च 2000 में मसूद अजहर ने हरकत-उल-मुजाहिदीन से अलग होकर जैश-ए-मुहम्मद की स्थापना की। इसमें हरकत-उल-मुजाहिदीन के अधिकतर सदस्य भी शामिल थे।

- दिसम्बर 2001 में जैश ने लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर नई दिल्ली में भारतीय संसद पर आत्मघाती हमला किया।

- फरवरी 2002 में जैश ने अमेरिकी पत्रकार डैनियल पर्ल की गर्दन काटकर हत्या कर दी थी।

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