कानपुर के बिस्किट व्यवसायी की पुत्रवधू की हत्या में शामिल सभी अपराधी पुलिस की गिरफ्त में हैं। व्यवसायी के पुत्र पीयूष श्यामदसानी ने ही पत्नी ज्योति की हत्या करवाई थी। प्रेमिका मनीष मखीजा से शादी करने के लिए उसने पूरी साजिश रची थी। पीयूष ने प्रेमिका की कार के पूर्व चालक अवधेश को हत्या की सुपारी दी थी। प्रेमिका ने भी साजिश
By Edited By: Updated: Thu, 31 Jul 2014 12:25 PM (IST)
लखनऊ। कानपुर के बिस्किट व्यवसायी की पुत्रवधू की हत्या में शामिल सभी अपराधी पुलिस की गिरफ्त में हैं। व्यवसायी के पुत्र पीयूष श्यामदसानी ने ही पत्नी ज्योति की हत्या करवाई थी। प्रेमिका मनीष मखीजा से शादी करने के लिए उसने पूरी साजिश रची थी। पीयूष ने प्रेमिका की कार के पूर्व चालक अवधेश को हत्या की सुपारी दी थी। प्रेमिका ने भी साजिश में सहयोग किया। पुलिस ने आज कानपुर के सुपारी किलर रेनू कनौजिया के साथ आशीष तथा पीयूष की प्रेमिका मनीष मखीजा को भी गिरफ्तार कर लिया।
कानपुर के बहुचर्चित मामले में मनीषा के पूर्व कार चालक अवधेश ने सारा सच उगल दिया। उसके बयान के आधार पर ज्योति के पति पीयूष के साथ इस कांड में शामिल एक हत्यारे सोनू को कल ही गिरफ्तार कर लिया गया था। आज रेनू कनौजिया व आशीष के साथ पीयूष की प्रेमिका मनीषा मखीजा को भी गिरफ्तार किया गया है। इन सभी से कल से पूछताछ कल रही थी। ं
पीयूष के उसके पड़ोसी मसाला कारोबारी की बेटी के साथ शादी से पहले से ही प्रेम संबंध थे। पीयूष उससे शादी करना चाहता था लेकिन, कुंडली न मिलने के कारण शादी नहीं हो पाई। 28 नवंबर 2012 को ज्योति के साथ पीयूष की शादी हो गयी पर प्रेमिका से प्रेम संबंध खत्म नहीं हुआ। इसकी जानकारी पर ज्योति ने विरोध किया। पीयूष और ज्योति में कई बार तकरार हुई थी। पुलिस के अनुसार प्रेमिका गर्भवती थी और पीयूष उससे जल्द से जल्द शादी करना चाहता था, लेकिन ज्योति इसमें बाधा बन रही थी। 50 हजार में दी पत्नी की सुपारी
प्रेमिका ने ज्योति की हत्या के लिए पूर्व ड्राइवर अवधेश को तैयार किया और पचास हजार रुपये का लालच दिया। तीस हजार रुपये पेशगी के तौर पर दिए गये। तय हुआ कि पीयूष किसी बहाने से ज्योति को बाहर लेकर जाएगा और मौका पाकर अवधेश उसकी हत्या कर देगा। पीयूष 27 को ज्योति लेकर रेस्टोरेंट में गया। अवधेश इस बीच बिग बाजार जाकर चार चाकू ले लाया। रेस्टोरेंट में पीयूष ने ज्योति को लांग ड्राइव पर चलने को मनाया। जब उसने अकेले चलने में असमर्थता जताई तो पीयूष ने कहा कि अवधेश को बुला लिया है, कार वही चलाएगा। गाड़ी में ही अवधेश ने अपने एक साथी सोनू की मदद से ज्योति की गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में बंद गाड़ी में ज्योति को चाकुओं से गोद डाला। इस बीच पीयूष भी गाड़ी के भीतर मौजूद रहा। हत्या की पुष्टि हो जाने के बाद पीयूष ने गाड़ी अवधेश को सौंप दी और घर चला गया। घर पर खून से सनी शर्ट उसने बदली तथा परिवार के लोगों के साथ आकर पत्नी की लूट व अपहरण की कहानी सुना दी। इस बीच पीयूष प्रेमिका से भी मिला और अपना मोबाइल देते हुए उसे नष्ट करने के लिए कहा।
नहीं मिली जमानत पत्नी ज्योति के हत्यारोपी पीयूष को कल पुलिस ने सीएमएम सत्यदेव गुप्ता की अदालत में पेश किया। अदालत ने उम्र पूछी और चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजते हुए जमानत याचिका खारिज कर दी। स्वरुप नगर पुलिस ने पीयूष को सीएमएम की अदालत में पेश किया, तो उसे देखने वालों का तांता लग गया। कोर्ट के सख्त एतराज के बाद भीड़ हटी। पेशी के बाद जैसे ही पुलिस ने पीयूष को कोर्ट से बाहर निकाला, वकील उग्र होने लगे। इस पर उसे अंदर ले जाया गया। वकीलों के आश्वासन के बाद पुलिस उसे कड़ी सुरक्षा में जेल ले गयी। जेल में डाक्टरी मुआयना के बाद मुलाहिजा बैरक में रखा गया।
ज्योति हत्याकांड में पति हिरासत में, घटना से पहले थी संदिग्ध गतिविधियां प्रेमिका से शादी करने के लिए पीयूष ने कराई पत्नी ज्योति की हत्या