सिब्बल भी सोशल मीडिया की शरण में
चुनावी मौसम क्या-क्या नहीं करवाता। कल तक सोशल मीडिया को कई किस्म की बुराई की जड़ बताने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल भी अब इसकी शरण में आ गए हैं। बृहस्पतिवार को उन्होंने न सिर्फ ट्विटर पर अपना खाता खोला, बल्कि खुद को आम आदमी बताकर लोगों को खुले संवाद के लिए न्योता भी दिया। हालांकि, उनकी यह कोशिश उन्हें छींटाकशी की बौछार से बचा नहीं पाई।
नई दिल्ली, [मुकेश केजरीवाल]। चुनावी मौसम क्या-क्या नहीं करवाता। कल तक सोशल मीडिया को कई किस्म की बुराई की जड़ बताने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल भी अब इसकी शरण में आ गए हैं। बृहस्पतिवार को उन्होंने न सिर्फ ट्विटर पर अपना खाता खोला, बल्कि खुद को आम आदमी बताकर लोगों को खुले संवाद के लिए न्योता भी दिया। हालांकि, उनकी यह कोशिश उन्हें छींटाकशी की बौछार से बचा नहीं पाई।
सोशल मीडिया के खिलाफ सबसे मुखर रहे सिब्बल को ट्विटर पर लोगों ने हाथों-हाथ लिया। उन्हें पांच घंटे में लगभग चार हजार फालोअर मिल गए। पहले संदेश में उन्होंने खुद को आम आदमी के तौर पर पेश करने की कोशिश की, लेकिन यह विनम्र कोशिश भी उन्हें बचा नहीं पाई। चुटकी लेने वाले संदेशों की बौछार लग गई। सबसे ज्यादा लोगों ने सोशल नेटवर्किग साइट्स पर अंकुश लगाने की उनकी तैयारियों पर सवाल उठाए। हालत यह रही कि जल्द ही सिब्बल को इस पर सफाई देनी पड़ी। उन्होंने कहा, 'मैं इंटरनेट पर सेंसरशिप के खिलाफ और पूरी तरह स्व-नियंत्रण के पक्ष में हूं।' उन्होंने जिस ट्विटर हैंडल को सबसे पहले फालो किया, वह 'कम्यूनल कांग्रेस' था। लोगों ने इस पर भी उनका मजाक बनाना शुरू किया, तो उन्होंने इसे फालो करना बंद कर दिया। सोशल नेटवर्किग पर लोगों के गुस्से का शिकार बनने वाले कांग्रेस के नेताओं में दिग्विजय सिंह के बाद सिब्बल की ही जगह मानी जाती है। अब तक सिब्बल खुद भले इस दुनिया में मौजूद नहीं रहे हों, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चित लोगों में रहे हैं। कई मजाकिया हैंडल पहले से ही उनके मिलते-जुलते नाम से मौजूद थे।