उतरा केजरीवाल का नकाब
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल निजी चैनल के एक एंकर से मिलीभगत कर छवि चमकाने की कोशिश के नए विवाद में फंस गए हैं।
By Edited By: Updated: Mon, 10 Mar 2014 10:29 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल निजी चैनल के एक एंकर से मिलीभगत कर छवि चमकाने की कोशिश के नए विवाद में फंस गए हैं। यू-ट्यूब पर जारी वीडियो में केजरीवाल बड़ी निजी कंपनियों के खिलाफ अपने घोषित रुख से उलटी बात करते दिख रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा ने आप पर निशाना साधते हुए कहा है कि वीडियो ने केजरीवाल पूरी तरह बेनकाब कर दिया है।
इस बातचीत के कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री के रूप में केजरीवाल ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया था, लेकिन एंकर से वह निजी कंपनियों के खिलाफ बयान वाले भाग को साक्षात्कार से हटाने की गुजारिश कर रहे हैं, ताकि मध्य वर्ग नाराज न हो जाए। जानकारों की मानें तो यह वीडियो अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफे के बाद चैनल को दिए साक्षात्कार का है। साक्षात्कार के बाद केजरीवाल एंकर के साथ बातचीत में निजी कंपनियों के खिलाफ बोले गए अंश को कम दिखाने को कह रहे हैं। केजरीवाल का कहना था कि इससे मध्य वर्ग के नाराज होने का खतरा है। वहीं, एंकर भी केजरीवाल को 80 फीसद वंचितों की बात बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने का भरोसा दे रहे हैं। वैसे निजी चैनल ने इस वीडियो को उसकी छवि खराब करने की साजिश बताते हुए पूरे साक्षात्कार को हू-ब-हू दिखाने का दावा किया है। यही नहीं, आप नेता शाजिया इल्मी ने भी एंकर के साथ बातचीत को सामान्य करार दिया है। भाजपा और कांग्रेस ने इसे लेकर आम आदमी पार्टी व अरविंद केजरीवाल को आडे़ हाथ लिया है। कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने केजरीवाल को मीडिया की उपज बताया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने 'जब मिले पाप और पुण्य' शीर्षक से अपने ब्लॉग में लिखा है कि इसी फर्जी छवि के सहारे आप टेलीविजन स्क्रीन पर भाजपा की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के रूप में दिख रही है, जबकि हकीकत इसके विपरीत है। उन्होंने अरविंद पर इसी तरह मीडिया के साथ मिलीभगत कर जनता के सामने फर्जी छवि पेश करने का आरोप लगाया है। ।