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फिर बढ़ सकता है केजरीवाल का शुगर लेवल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बेंगलुरु से इलाज कराकर लौटने के बाद लगा था कि अब वह पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगे। लेकिन पार्टी में हर दिन बढ़ रहे विवाद के कारण केजरीवाल का शुगर लेवल फिर बढ़ सकता है। ऐसे में उन्हें अपने स्वास्थ्य के लिहाज से विशेष सावधानी बरतने

By Rajesh NiranjanEdited By: Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:55 AM (IST)
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नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बेंगलुरु से इलाज कराकर लौटने के बाद लगा था कि अब वह पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगे। लेकिन पार्टी में हर दिन बढ़ रहे विवाद के कारण केजरीवाल का शुगर लेवल फिर बढ़ सकता है। ऐसे में उन्हें अपने स्वास्थ्य के लिहाज से विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।

बेंगलुरु के जिंदल नेचर केयर संस्थान के डॉक्टरों ने भी केजरीवाल को दिल्ली में अपना विशेष ध्यान रखने की सलाह दी थी। उन्हें अपने खान-पान पर ध्यान देने और तनाव से दूर रहने की सलाह दी गई थी। डॉक्टर बताते हैं कि तनाव के कारण मधुमेह के मरीजों का शुगर लेवल बढऩे का खतरा रहता है, जो सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। डायबेटोलॉजिस्ट डॉ. एके झिंगन ने बताया कि तनाव के कारण शरीर के हार्मोन में बदलाव आता है। इसके कारण लंबे समय से मधुमेह से पीडि़त मरीजों का शुगर लेवल अधिक बढ़ जाता है। यदि कुछ समय से शुगर नियंत्रित हो या जिन लोगों के शुगर लेवल में अधिक उतार-चढ़ाव होता हो तो उन लोगों में तनाव के कारण अचानक शुगर लेवल 100 से 150 मिली ग्राम/100 मिलीलीटर तक बढ़ जाता है। इसका असर हृदय, मतिष्क और गुर्दे पर पडऩे की आशंका रहती है।

बैठक में केजरी ने कहा था- 'आप में मैं रहूंगा या फिर प्रशांत-योगेंद्र'

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