नीतीश के साथ मंच साझा नहीं करेंगे केजरीवाल
दिल्ली की चुनावी जंग में आम आदमी पार्टी (आप) को वरिष्ठ जदयू नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन भी मिल गया है। भाजपा के खिलाफ केजरीवाल के साथ मंच साझा करने के उनके प्रस्ताव को हालांकि आम आदमी पार्टी ने ठुकरा दिया है। इसके बावजूद नीतीश
By Sudhir JhaEdited By: Updated: Fri, 23 Jan 2015 09:20 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। दिल्ली की चुनावी जंग में आम आदमी पार्टी (आप) को वरिष्ठ जदयू नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन भी मिल गया है। भाजपा के खिलाफ केजरीवाल के साथ मंच साझा करने के उनके प्रस्ताव को हालांकि आम आदमी पार्टी ने ठुकरा दिया है। इसके बावजूद नीतीश कुमार अपने प्रशंसकों को इसके पक्ष में वोट देने की अपील कर सकते हैं।
दिल्ली के पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी के अधिकांश उम्मीदवारों की बुरी हार और बिहार में अपनी सरकार के संकट के दौर को देखते हुए नीतीश कुमार ने इस बार के चुनाव में दांव नहीं लगाने का फैसला किया है। पार्टी के एक वरिष्ठ सूत्र कहते हैं, 'दिल्ली में हम भले ही चुनाव नहीं लड़ रहे हों, लेकिन ये चुनाव हमारे लिए बेहद अहम हैं। बिहार में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यही चुनाव हो रहे हैं। इसमें अगर भाजपा को कामयाबी नहीं मिलती है तो हमें बिहार में भी यह साबित करने में काफी कामयाबी मिल सकती है कि मोदी लहर खत्म हो चुकी है। माना जाता है कि बिहार में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं जिसके परिवार या रिश्तेदार में से कोई दिल्ली में नहीं रहता हो। इसलिए यहां के चुनाव का सीधा असर वहां होगा। इसी वजह से पार्टी ने तय किया है कि यहां आप को समर्थन दिया जाए।' सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार ने पिछले हफ्ते केजरीवाल को दिल्ली आकर उनके पक्ष में प्रचार सभाएं करने का प्रस्ताव भी दिया था मगर केजरीवाल ने उनके साथ मंच साझा करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। दरअसल वे हाल ही में लालू प्रसाद और मुलायम सिंह के साथ मिलकर एक पार्टी बनाने का एलान कर चुके नीतीश कुमार के साथ नहीं दिखना चाहते। ऐसे में नीतीश कुमार सीधे उनके पक्ष में उतरने की बजाय अपने समर्थकों से आप के पक्ष में मतदान की अपील जारी कर सकते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में जदयू के उम्मीदवार शोएब इकबाल जरूर जीत कर आए थे, मगर वे पहले भी कई अन्य पार्टियों में रह चुके हैं और इस बार कांग्रेस के साथ हैं। इससे पहले जदयू ने लोकसभा चुनाव के दौरान वाराणसी सीट पर नरेंद्र मोदी को चुनौती दे रहे केजरीवाल का समर्थन किया था। पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने वहां जाकर पार्टी की ओर से केजरीवाल के पक्ष में बकायदा जनसभा की थी।