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केरल के मंदिर में आतिशबाजी, 'सूर्यमुखी' बना लोगों की मौत का कारण

कोल्लम के पुत्तिंगल मंदिर में आतिशबाजी के दौरान लोग बेसब्री से 'सूर्यमुखी' नाम के पटाखे के चलाए जाने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन...

By anand rajEdited By: Updated: Mon, 11 Apr 2016 01:21 PM (IST)
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कोल्लम। कोल्लम के पुत्तिंगल मंदिर में हुई चार घंटे की आतिशबाजी के दौरान लोग बेसब्री से 'सूर्यमुखी' नाम के पटाखे के चलाए जाने का इंतजार कर रहे थे। यह आकाश में फूटते समय ऐसा दिखता है, मानो सूर्यमुखी आसमान में खिल गया हो। रविवार को लोग इसी को देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। मगर, उसकी जगह दर्दनाक हादसे ने ले ली।

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि गन पाउडर से भरी एक मिनी वैन विस्फोटकों से भरे स्टोर हाउस के पास खड़ी थी। जब सूर्यमुखी पटाखे से निकली चिंगारी आकर उस पर गिरी, तो उसमें धमाका हो गया। इसके बाद स्टोर रूम में भी आग लग गई और कंक्रीट का स्टोर हाउस धमाके के साथ फट गया।

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इस धमाके के पहले पटाखे की चिंगारी इधर-उधर गिरने लगी। इस हादसे में स्थानीय निवासी विनोद भी घायल हुए हैं। उनके सिर पर कोई भारी चीज आकर लगी थी। विनोद ने बताया कि पटाखों में पाइप को इस तरह से लगाया जाता है कि उनकी दिशा न भटके।

मगर, पुत्तिंगल मंदिर में हुई आतिशबाजी में बहुत जल्दबाजी में पटाखों में पाइप डाला गया था। पाइप सही तरीके से नहीं फिट किया गया, जिसकी वजह से अचानक नीचे की तरफ गिरने लगे और यह हादसा हुआ। हादसे में मरने वालों की संख्या 112 पहुंच चुकी है। लेकिन केरल गृहमंत्रालय के सूत्रों की मानें तो अभी तक सिर्फ 107 लोगों के मौत की सूचना है।

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