मोदी जैसा ही है खट्टर का जीवन दर्शन
दूरदर्शी और राष्ट्रवादी सोच के धनी मनोहर लाल खट्टर का जीवन दर्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काफी हद तक मिलता-जुलता है। यही कारण है कि दोनों की विचारधारा भी एक जैसी रही है। रोहतक में चार सालों तक दोनों साथ रहे और पार्टी संगठन के लिए काम किया।
By Edited By: Updated: Sun, 26 Oct 2014 01:48 PM (IST)
रोहतक, जासं। दूरदर्शी और राष्ट्रवादी सोच के धनी मनोहर लाल खट्टर का जीवन दर्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काफी हद तक मिलता-जुलता है। यही कारण है कि दोनों की विचारधारा भी एक जैसी रही है। रोहतक में चार सालों तक दोनों साथ रहे और पार्टी संगठन के लिए काम किया।
मनोहर लाल खट्टर वर्ष 1996 में भाजपा प्रदेश संगठन मंत्री थे, उसी दौरान नरेंद्र मोदी को हरियाणा का प्रभारी बना कर भेजा गया। चूंकि रोहतक में संघ और भाजपा का प्रदेश कार्यालय रहा है, इसलिए दोनों साथ ही कार्यालय में रहते थे। मोदी और खट्टर ने वर्ष 2000 तक साथ काम किया। जिस तरह से मोदी ने परिवारवाद से दूर रहकर संघ के लिए काम किया, उसी तरह से खट्टर भी परिवार से दूर रहे। खट्टर ने भी विवाह नहीं किया और 17 वर्ष की उम्र में ही संघ से जुड़ गए। नरेंद्र मोदी जिस तरह से सादगी पसंद करते हैं, उसी तरह खट्टर का जीवन भी सादगी से परिपूर्ण रहा है। जिस तरह से मोदी ने रोहतक में अपने रसोइए रहे दीपक को झज्जर रैली में न केवल पहचान लिया, बल्कि अपार स्नेह और प्यार देते हुए मंच पर ही गले लगा लिया। उसी तरह मनोहर लाल खट्टर ने विधायक दल का नेता बनने के बाद खुद रसोइए दीपक कुमार के मोबाइल पर फोन किया और कुशलक्षेम पूछा। पढ़ें: जाट-गैरजाट के बीच झूलती भाजपा पढ़ें: हरियाणा: भाजपा के पहले सीएम होंगे मनोहर लाल, 26 को लेंगे शपथ