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एनआईए कर रही नाईक के भाषणों की जांच, रिजिजू बोले कार्रवाई पर फैसला नहीं

विवादित उपदेशक के भाषणों की अब एनआई जांच कर रही है। वहीं फिलहाल जाकिर पर कार्रवाई पर सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है।

By Gunateet OjhaEdited By: Updated: Wed, 06 Jul 2016 04:34 PM (IST)
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नई दिल्ली। ढाका हमले के आतंकियों द्वारा भारत के इस्लाम उपदेशक जाकिर नाइक का नाम लिए जाने के बाद से वो एक बार फिर विवादों में हैं। इस विवादित उपदेशक के भाषणों की अब एनआई जांच कर रही है। वहीं फिलहाल जाकिर पर कार्रवाई पर सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है।

मालूम हो कि ढाका के रेस्तरां का एक हमलावर रोहन इम्तियाज जाकिर का अनुयायी था। उसके द्वारा जाकिर का नाम लिए जाने के बाद केंद्रीय जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। जांच के बाद एनआईए इस बात का निर्णय लेगा कि नाईक खिलाफ मामला चलाया जा सकता है या नहीं।

इस बीच केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू ने पत्रकारों को बताया, 'हम व्यक्तियों पर प्रतिबंध नहीं लगाते। हम संगठनों को प्रतिबंधित करते हैं। अभी तक बांग्लादेश से कोई औपचारिक अनुरोध नहीं मिला है। अगर वे हमसे अनुरोध करेंगे, तो हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है।'

एक बांग्लादेशी समाचार पत्र के मुताबिक, आवामी लीग नेता का पुत्र रोहन इम्तियाज पिछले साल फेसबुक पर प्रचार में जुटा था जिसमें वह जाकिर नाईक का उद्धरण दिया कता था। पीस टीवी पर अपने व्याख्यानों में जाकिर नाईक कथित रूप से सभी मुस्लिमों से आतंकवादी बनने के लिए कहता है।

मुझे हैरानी नहीं

इस बीच खबर है कि जाकिर नाईक ने एक बयान कहा है कि उन्हें इस बात से कोई हैरानी नहीं की हमलावर उन्हें जानते थे। उन्होंने यह भी कहा कि 11 तारीख को भारत आकर अगले ही दिन वो एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।

शिवसेना के नेता अरविंद सावंत ने कहा है कि देश के खिलाफ जहर उगलने वाले ऐसे लोगों पर बैन लगा देना चाहिए।

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