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भारी बर्फबारी में फंसने पर भूल कर भी न करें ऐसी गलतियां, जा सकती है आपकी जान

बर्फबारी का दिलकश नजारा लेने के लिए हर वर्ष हजारों की तादाद में सैलानी पहाड़ी इलाकों का रुख करते हैं। लेकिन कई बार यही ट्रिप उनके लिए सजा बन जाता है।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 17 Dec 2019 10:31 AM (IST)
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भारी बर्फबारी में फंसने पर भूल कर भी न करें ऐसी गलतियां, जा सकती है आपकी जान
नई दिल्‍ली [जागरण स्‍पेशल]। भारत में समूचा उत्‍तर भारत इन दिनों भीषण सर्दी की चपेट में है। वहीं पहाड़ों पर कई जगहों पर भीषण बर्फबारी हो रही है। हालांकि सैलानियों के लिए बर्फबारी का मौसम बेहद खास होता है। यही वजह है इन दिनों में काफी संख्‍या में सैलानी पहा‍ड़ी इलाकों में घूमने जाते हैं। लेकिन, कई बार बर्फबारी का सुखद अहसास सबसे बुरे वक्‍त में तब्‍दील हो जाता है। अक्‍सर पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी होने के बाद रास्‍ते का बंद होना बेहद आम बात है। ऐसे में खाने-पीने की किल्‍लत होना भी तय होता है। खासतौर पर उस वक्‍त जब आप किसी बर्फबारी के बीच किसी ऐसी जगह पर फंस जाएं जहां पर आगे जाने का कोई साधन न हो, न ही आपके पास में कुछ ज्‍यादा चीजें ही हों। ऐसे में हमारे पास ये जानकारी होना बेहद जरूरी हो जाता है कि आखिर अपना बचाव कैसे किया जाए। कैसे अपने आपको जिंदा रखा जाए। आज हम आपको इन्‍हीं अहम बातों की जानकारियां दे रहे हैं। 

हिमस्‍खलन के बीच कैसे खुद को बचाएं 

बर्फबारी के मौसम में या ऐसी जगहों पर जहां पहाड़ों पर भारी बर्फबारी हो चुकी तो सबसे बड़ी समस्‍या हिमस्‍खलन की होती है। हिमस्‍खलन अक्‍सर बर्फ की छोटी सी चट्टान के टूटने से भी बन जाता है। लेकिन इसकी ऊंचाई तय करती है कि यह कितना भयावह हो सकता है। हिमस्‍खलन में अपने आपको बचाना किसी के लिए भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। हिमस्‍खलन की स्थिति में आप कुछ ही पल में बर्फ में कई मीटर नीचे तक दब सकते हैं जो आपकी जान ले सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत ऐसी जगह की तलाश करनी चाहिए जिसमें छिप कर आप अपनी जान बचा सकें। इसके अलावा ऐसी जगह न मिलने पर यदि आपके पास में कोई भी लंबा डंडा हो तो उसको हिमस्‍खलन के सीधा खड़ा कर लें। ऐसा इसलिए क्‍योंकि बर्फ में ढक जाने पर आप इस डंडे को हिलाकर खुद को सांस लेने लायक जगह बना सकते हैं। 

आग जलाना जरूरी 

आपको यहां पर ये भी बता दें बर्फबारी के मौसम में या बर्फीले इलाकों में मौत की सबसे बड़ी वजह रास्‍ता भटकने और ठंड की वजह से हाइपोथर्मिया होने से होती है। लिहाजा ऐसे में खुद को बचाने के लिए अपने शरीर को गर्म रखने के सभी उपाय करने जरूरी हैं। इसके लिए सबसे बड़ी जरूरत आग जलाने की होती है। लिहाजा बर्फीले इलाकों में घूमने के लिए जाते समय अपने साथ उन चीजों को जरूर रखना चाहिए जो आग जलाने में सहायक हो सकती हैं। इसके अलावा कुछ सूखी लकडि़यां भी यदि आप अपने साथ रख सकें तो बेहतर होगा। ऐसा इसलिए क्‍योंकि बर्फबारी में लकडि़यां अक्‍सर गिली होती हैं। इनमें आग लगाना हर किसी के बस में नहीं होता है। ऐसे में यदि आपके पास में सूखी लकडि़यां होंगी तो आप उनके सहारे आग लगाकर खुद को गर्म कर सकेंगे। 

न पहनें गीले कपड़े

यहां पर एक चीज का खास ध्‍यान रखें यदि आपके कपड़े किसी भी वजह से गीले हो जाएं तो उन्‍हें पहने रखने की गलती बिल्‍कुल न करें। ऐसा करने पर आपके शरीर का तापमान तेजी से घटने लगता है जिसकी वजह से आपकी जान तक जा सकती है। कपड़ों के गीले होने पर इन्‍हें तुरंत उतार दें और कुछ जरूरी एक्‍सरसाइज को करके आप अपने शरीर को गर्म रख सकते हैं।  

स्‍नोकेव से बचेगी जान 

बर्फबारी के बीच रास्‍ता भटकने पर सबसे पहला काम अपने मन को शांत करना होता है। अक्‍सर ऐसे वक्‍त में हम डर की वजह से अपना आपा खो बैठते हैं। यदि आप किसी ऐसी जगह पर फंस गए हैं जहां पर दूर-दूर तक कोई मकान या झोपड़ी नहीं है और चारों तरफ बर्फ ही बर्फ है तो आप खुद को बचाने के लिए स्‍नोकेव बना सकते हैं। यह स्‍नोकेव आपकी जान बचा सकती है।

न खाएं बर्फ, जा सकती है जान

बर्फ में सबसे बड़ी परेशानी पानी की कमी को लेकर होती है। बर्फ में घिरा व्‍यक्ति बिना पानी के पांच दिन से ज्‍यादा जिंदा नहीं रह सकता है। अक्‍सर बर्फ खाकर पानी की कमी को पूरा करने की गलती कर लेता है। लेकिन, यह फैसला गलत होने के साथ बेहद घातक साबित हो सकता है। दरअसल, ताजा बर्फ खाने से होंठ जल जाते हैं और उनके मुंह में घातक अल्‍सर और ब्लिस्‍टर हो जाता है जिससे इंसान की जान तक जा सकती है। ताजा बर्फ खाने से शरीर का तापमान तेजी से घट जाता है और इससे व्‍यक्ति की जान जा सकती है। ऐसे में बर्फ को बोतल में या किसी भी दूसरी चीज में भर कर अपने कपड़ों के अंदर छिपा लें। आपके शरीर की गर्मी इस बर्फ को पानी में बदल देगी जिसको आप पीकर अपनी प्‍यास बुझा सकेंगे। भारी बर्फ के बीच शरीर को क्रॉस बाइट से बचाने के लिए अपने हाथों और पांव की अंगुलियों को चलाते रहें। साथ ही अपने सिर को भी हिलाते रहें। 

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