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जानिए: कौन हैं संजय दत्त, किस वजह से हीरो से विलेन बन गए 'मुन्नाभाई'

फिल्म अभिनेता संजय दत्त को आज पुणे की यरवड़ा जेल से रिहाई मिल गई। संजय दत्त ने कुल 42 महीने जेल में बिताए। जानिए आखिर परदे का हीरो असल जिंदगी में विलेन कैसे बन गया?

By Atul GuptaEdited By: Updated: Thu, 25 Feb 2016 10:30 AM (IST)
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नई दिल्ली। 42 महीने जेल की सजा काटने के बाद आखिरकार बॉलीवुड के मुन्नाभाई यानि संजय दत्त की आज पुणे की यरवडा जेल से रिहाई हो गई। 12 मार्च 1993 के मंबई में हुए बम धमाकों में संजय दत्त का नाम सामने आया था। अदालत ने संजय दत्त को अवैध हथियार रखने का दोषी पाया था और मार्च 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने संजय दत्त को पांच साल की सजा सुनाई थी लेकिन अच्छे चाल-चलन की वजह से जेल प्रशासन की अनुशंसा के बाद संजय दत्त को एक सौ पांच दिन पहले ही रिहाई मिल रही गई। अपने अच्छे बर्ताव और कैदियों को मिलने वाली सरकारी छुट्टियों की वजह से संजय दत्त करीब साढे चार महीने पहले ही जेल से अपनी सजा पूरी करके बाहर आ रहे हैं।

कौन हैं संजय दत्त?
संजय दत्त अपने जमाने के मशहूर फिल्म स्टार सुनील दत्त और नरगिस दत्त के बेटे हैं। 1993 में संजय दत्त का सितारा बुलंदी पर था। संजय दत्त को उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए कई पुरस्कार मिल चुके थे और वो बॉलीवुड के सबसे कामयाब अभिनेताओं में से एक थे कि तभी उनपर ऐसा आरोप लगा जिसने उन्हें हीरो से विलेन बना दिया।

12 मार्च 1993 को मुंबई में एक के बाद एक तेरह धमाके हुए जिसमें 257 लोगों की मौत हो गई। धमाके के बाद पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की तो पुलिस को इसके तार संजय दत्त से भी जुड़े हुए नजर आए। पुलिस ने संजय दत्त को धमाके की साजिश में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया और उनपर टाडा तहत मुकद्दमा दर्ज किया। पुलिस ने आरोप लगाया कि धमाकों को अंजाम देने के लिए गोला-बारुद की जिस खेप को मुंबई लाया गया था, उसी खेप में से संजय दत्त को भी हथियार दिए गए थे।

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