चुनाव आयोग ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त को हटाया
केंद्रीय चुनाव आयोग ने कोलकाता पुलिस के आयुक्त राजीव कुमार को उनके पद से हटा दिया है।
By Monika minalEdited By: Updated: Wed, 13 Apr 2016 11:10 AM (IST)
कोलकाता, जागरण संवाददाता। विरोधी दलों द्वारा शिकायतों पर लंबे मंथन के बाद आखिरकार केंद्रीय चुनाव आयोग ने मंगलवार को कोलकाता पुलिस के आयुक्त राजीव कुमार को पद से हटा दिया।
नेताजी के पौत्र को अपने विधानसभा क्षेत्र में नहीं मिल रहा घर आयोग ने उन्हें सीपी पद से तत्काल प्रभाव से हटाते हुए एडीजी भ्रष्टाचार निरोधी शाखा में भेज दिया। वहीं आयोग ने एडीजी सीआइडी सोमेन मित्र कोलकाता पुलिस के नए आयुक्त नियुक्त करने का निर्देश दिया है। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में राय के अतिरिक्त मुख्य चुनाव आयुक्त दिव्येंदु सरकार ने कहा कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कोलकाता पुलिस के आयुक्त राजीव कुमार को उनके पद से हटा दिया गया है जबकि उनकी जगह सोमेन मित्र को नियुक्त किया गया है। बता दें कि 28 मार्च को कोलकाता पुलिस के स्पेशल ब्रांच के एएसआइ और एक कांस्टेबल ने सीमा से गाय तस्करी में सहयोग करने के लिए भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं जोड़ासांकू से प्रत्याशी राहुल सिन्हा को रुपये देने का प्रयास किया था। इसका खुलासा होने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों का सस्पेंड कर दिया गया था। भाजपा ने इसके पीछे कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार का षड्यंत्र बताया था। आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की शह पर नारदा स्टिंग के पलटवार करने के लिए यह साजिश रची गई थी।
इसके बाद विरोधी दलों ने पुलिस कमिश्नर के खिलाफ हल्ला बोल दिया था। वामफ्रंट, कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी से मुलाकात कर राजीव कुमार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाकर लिखित शिकायत दर्ज कराकर उन्हें हटाने की मांग की थी। विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के पहले दौर के मतदान के बाद उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने पत्रकार वार्ता में बताया था कि कोलकाता सीपी राजीव कुमार को लेकर मिली शिकायतों पर विचार किया जा रहा है। चुनाव आयोग ने शिकायतों पर गंभीरता से विचार करते हुए कोलकाता में 21 और 30 अप्रैल को होने वाले तीसरे और पांचवें चरण के मतदान से पूर्व ही कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को पद से हटाने का फरमान जारी कर दिया।आयोग की विफलता
रामफल पवार को एडीजी सीआइडी पद पर भेजा गया है। बता दें कि इससे पूर्व भी चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों में गड़बड़ी फैलाने की आशंका जताते हुए मतदान से पूर्व ही 5 आइपीएस और 1 आइएएस को हटा दिया था।