पार्टी कहेगी तो राहुल के खिलाफ लडूंगा: कुमार विश्वास
दल्ली में अपनी जीत से गदगद आम आदमी पार्टी [आप] की नजरें अब देश के बड़े दिग्गजों को चित करने पर टिकी हैं। 'आप' कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी से लेकर तमाम बड़े नेताओं के खिलाफ चुनाव मैदान में ताल ठोंककर उतरने को तैयार है।
By Edited By: Updated: Thu, 12 Dec 2013 12:49 PM (IST)
नई दिल्ली। दिल्ली में अपनी जीत से गदगद आम आदमी पार्टी [आप] की नजरें अब देश के बड़े दिग्गजों को चित करने पर टिकी हैं। 'आप' कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी से लेकर तमाम बड़े नेताओं के खिलाफ चुनाव मैदान में ताल ठोंककर उतरने को तैयार है।
कुमार विश्वास ने कहा है कि उत्तर प्रदेश का नागरिक होने के नाते मेरी जिम्मेदारी बनती है कि हम परंपरागत राजनीति के खिलाफ लड़ें। राहुल गांधी देश के दर्द को महसूस नहीं करते हैं। जब देश को उनकी जरुरत होती है तो वे विदेश में होते हैं। मैंने देखा है कि सभी पार्टियां सबकुछ समझौते के तहत करती हैं। अमेठी में राहुल के खिलाफ कोई भी प्रत्याशी उतारने से कतराता है। सोनिया के खिलाफ समाजवादी पार्टी अपना प्रत्याशी नहीं खड़ा करती है। उसी तरह से कन्नौज से डिंपल यादव के खिलाफ कोई पर्चा ही नहीं दाखिल करता है और वे निर्विरोध चुन ली जाती हैं। हमें इसके खिलाफ लड़ना है। अगर हमारी पार्टी राहुल के खिलाफ चुनाव में उतारती है तो मैं उनके खिलाफ जरुर चुनाव लड़ूंगा। विश्वास ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक प्रत्येक सीट से प्रत्याशी खड़ा करेगी। आम आदमी पार्टी के विधायक मनीष सिसोदिया ने तो यहां तक घोषणा कर दी कि अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ कुमार विश्वास ही चुनाव लड़ेंगे। दिल्ली में मिली अपार सफलता से उत्साहित पार्टी नेताओं को भरोसा है कि लोकसभा चुनाव में भी जनता कांग्रेस व भाजपा को छोड़कर उसके साथ खड़ी रहेगी। इससे पहले बुधवार को जंतर-मंतर पर आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चुने गए सभी विधायकों का परिचय कराया। उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजे से स्पष्ट है कि देश का आम आदमी कांग्रेस व भाजपा के शासन से तंग आ चुका है। हमने विकल्प दिया और उक्त दोनों पार्टियों द्वारा सभी तिकड़मबाजी के बाद भी 28 सीटों पर हमारे प्रत्याशी विजयी हुए। यह ईमानदार राजनीति की शुरूआत के संकेत हैं। केजरीवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश से कांग्रेस के कई दिग्गज चुनाव लड़ते हैं इसलिए पार्टी के नेता वहां पर विशेष तैयारी के साथ तैयारी करेंगे।
पढ़ें: दुनिया के शीर्ष सौ चिंतकों में अरविंद केजरीवाल शामिल पार्टी संयोजक ने कहा कि अब दिल्ली में होने वाले दोबारा चुनाव के साथ-साथ लोकसभा चुनाव भी चुनौती के रूप में उनके सामने हैं।
स्थायी चुनाव चिन्ह हुआ झाड़ू विधानसभा चुनाव में आप द्वारा स्वेच्छा से लिए गए चुनाव चिन्ह झाड़ू को चुनाव आयोग ने स्थायी चुनाव चिन्ह के रूप में आवंटित कर दिया है। पार्टी नेता कुमार विश्वास ने बताया कि आप अब इसी चुनाव चिन्ह से आगामी सभी चुनाव लड़ेगी।मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर