अजय सिंह के छिटकने से बीरेंद्र व सैलजा की मुहिम को बल
हरियाणा सरकार में बिजली, वन एवं पर्यावरण मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के समधी कैप्टन अजय सिंह यादव ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर विकास और नौकरियों में भेदभाव का आरोप लगाते हुए अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। छह बार विधायक चुने गए यादव ने बुधवार को हो रही राज्य मंत्रिमंडल की बैठक
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा सरकार में बिजली, वन एवं पर्यावरण मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के समधी कैप्टन अजय सिंह यादव ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर विकास और नौकरियों में भेदभाव का आरोप लगाते हुए अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। छह बार विधायक चुने गए यादव ने बुधवार को हो रही राज्य मंत्रिमंडल की बैठक से एक दिन पहले इस्तीफे का बम फोड़ा है। कैप्टन का इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुआ, लेकिन उनके इस कदम ने प्रदेश की राजनीति खासकर कांग्रेस में हलचल पैदा कर दी है। इससे न केवल बीरेंद्र सिंह और कुमारी सैलजा की हुड्डा विरोधी मुहिम को बल मिला है, बल्कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले विपक्ष के हाथ बड़ा मुद्दा लग गया है।
मुख्यमंत्री हुड्डा के साथी एक-एक कर उनका साथ छोड़ते जा रहे हैं। इससे न केवल विरोधी खेमा मजबूत हो रहा है, बल्कि अपनों का साथ छोड़ने से हुड्डा की परेशानियां भी बढ़ रही हैं। अजय सिंह यादव ने मुख्यमंत्री पर उन्हें सम्मान नहीं देने के भी गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना नेता बताते हुए उन्होंने हुड्डा पर तीखे वार किए। पार्टी में रहकर हुड्डा का विरोध करने वाले नेताओं की सूची में अब कैप्टन का नाम भी जुड़ गया है। अनदेखी से आहत कैप्टन यादव करीब तीन साल पहले भी मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहते थे। सोनिया के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने उन्हें यह कहते हुए रोक दिया था कि अगले तीन माह में उनके सम्मान को वापस लौटा दिया जाएगा। मगर लंबे इंतजार के बाद भी कैप्टन को जब यह लगा कि उनकी बात नहीं सुनी जा रही है तो उन्होंने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले धमाका कर दिया।