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जांबाजों को वतन का आखिरी सलाम

हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए 20 राहत कर्मियों को शुक्रवार को भावभीनी अंतिम विदाई दी गई। शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और थल सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह देहरादून पहुंचे।

By Edited By: Updated: Sat, 29 Jun 2013 02:19 AM (IST)

देहरादून, जागरण न्यूज नेटवर्क। हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए 20 राहत कर्मियों को शुक्रवार को भावभीनी अंतिम विदाई दी गई। शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और थल सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह देहरादून पहुंचे। आपदा से आहत उत्तराखंड को जनरल सिंह ने आश्वस्त किया कि फंसे हुए आखिरी व्यक्ति को निकाले बगैर सेना पहाड़ से नहीं हटेगी। बलिदान हमारा सैन्य धर्म है। सभी राहतकर्मी इस धर्म को निभाएंगे। उन्होंने बचाव कार्य में सेना की भूमिका पर संतोष व्यक्त किया।

तस्वीरों में देखें: जांबाजों को अंतिम विदाई

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शुक्रवार को बदरीनाथ में बारिश ने एक बार फिर राहत कार्य प्रभावित किया और करीब छह सौ लोग ही वहां से निकाले जा सके। दो हजार से ज्यादा लोग वहां पर अभी भी फंसे हुए हैं। आकाश साफ रहा तो बचाव और राहत की दृष्टि से शनिवार का दिन महत्वपूर्ण होगा। बदरीनाथ में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित निकाला जा सकता है। उत्तराखंड सरकार ने भी इसकी संभावना व्यक्त की है। राहत उपायों के तहत शुक्रवार को गांवों की ओर ध्यान दिया गया और वहां पर खाने-पीने की सामग्री गिराई गई। गुप्तकाशी के कालीमठ गांव के नजदीक तो एक पहाड़ी नदी के बीच सूखे स्थान पर उतरकर हेलीकॉप्टर ने खाद्य सामग्री दी। पानी बरसने के कारण केदारनाथ में भी लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार नहीं हो सका। वहां पर लाशों का डीएनए नमूना और अन्य पहचान चिह्न लिए जा रहे हैं। मौसम ठीक रहते ही वहां पर अंतिम संस्कार की औपचारिकता पूरी की जाएगी। आपदा का केंद्र रहे केदारनाथ में अभी तक 33 शवों का अंतिम संस्कार हुआ है जबकि खुले में पड़े 350 से ज्यादा शव एकत्रित किए जा चुके हैं।

शहीदों के शव गृह स्थान रवाना

मंगलवार को केदारनाथ इलाके में गौरीकुंड के निकट हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में वायुसेना के पांच, आइटीबीपी के छह और एनडीआरएफ के नौ कर्मी शहीद हुए थे। इनके शवों को पहाड़ी जंगल से निकालकर देहरादून लाया गया। वहां पर गृहमंत्री शिंदे के साथ केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री चिरंजीवी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। गार्ड ऑफ ऑनर के बाद शवों को शहीदों के गृह स्थान के लिए रवाना कर दिया गया।

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