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लालू-नीतीश गले मिले, भाजपा से जंग का एलान

20 बरस के लंबे अरसे बाद बिहार की राजनीति के पुरोधा-लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार के यह मिलने का मौका था। मन में भले ही झिझक रही हो लेकिन चेहरे के भाव मुलाकात के प्रति आशान्वित सफलता के संकेत दे रहे थे। दोनों ने एक-दूसरे को बाहों में भरा-कई मिनट तक इसी भाव में फोटो खिंचवाए और मन की सारी मलिनता दूर करने का संदेश दिया। इस प्रकार से बिहार की राजनीति में करीब दो महीने से चल रही समान विचारधारा लेकिन विपरीत दिशा वाले राजद व जदयू के गठजोड़ की मुहिम परवान चढ़ी।

By Edited By: Updated: Tue, 12 Aug 2014 07:40 AM (IST)
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जागरण न्यूज नेटवर्क, हाजीपुर। 20 बरस के लंबे अरसे बाद बिहार की राजनीति के पुरोधा-लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार के यह मिलने का मौका था। मन में भले ही झिझक रही हो लेकिन चेहरे के भाव मुलाकात के प्रति आशान्वित सफलता के संकेत दे रहे थे। दोनों ने एक-दूसरे को बाहों में भरा-कई मिनट तक इसी भाव में फोटो खिंचवाए और मन की सारी मलिनता दूर करने का संदेश दिया। इस प्रकार से बिहार की राजनीति में करीब दो महीने से चल रही समान विचारधारा लेकिन विपरीत दिशा वाले राजद व जदयू के गठजोड़ की मुहिम परवान चढ़ी।

लोजपा अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के इलाके हाजीपुर के जमालपुर गांव में सोमवार को उपचुनाव के सिलसिले में आयोजित इस बहुप्रतीक्षित जनसभा में दोनों नेता केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। लालू ने जहां नीतीश को परिवार का सदस्य बताते हुए साथ आने पर खुशी जाहिर की तो उत्तर प्रदेश के लिए मुलायम सिंह यादव और मायावती को फिर हाथ मिलाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, वे लोग सामाजिक न्याय की लड़ाई को मजबूत करने के उद्देश्य से साथ आए हैं जिसे भाजपा ने अपने झूठे वादों से कमजोर किया है। लालू ने कहा कि हमारे साथ आने से भाजपा के नीचे की जमीन खिसक गई है। बिहार में राजद, जदयू और कांग्रेस के साथ 45 प्रतिशत मतदाता हैं जबकि बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ 29 प्रतिशत वोट ही मिले हैं। भाजपा कह रही है कि नरेंद्र मोदी का दुनिया में डंका बज रहा है। पता नहीं कौन बजा रहा है? नरेंद्र मोदी ने बड़ी ही अशुभ घड़ी में शपथ ली। सब कुछ अशुभ हो रहा है। गोरखधाम एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। नेपाल गए तो वहां चट्टान पानी में गिर गई। चुनाव से पहले खूब बोलने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब चुप हैं। महंगाई और भ्रष्टाचार खत्म करने पर कुछ नहीं बोल रहे।

इससे पूर्व जदयू नेता नीतीश कुमार ने कहा कि यह पहली बार हुआ है जबकि महज 30 प्रतिशत वोट पाने वाली पार्टी ने केंद्र में सरकार बनाई है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने सत्ता के लिए नहीं बल्कि समाज को टूटने से बचाने के लिए हाथ मिलाया है। हम उन लोगों के खिलाफ हैं जो धर्म के आधार पर समाज का बंटवारा करते हैं। आजादी की लड़ाई में हमारे पुरखों ने क्या-क्या कुर्बानी दी, यह बताने की जरूरत नहीं है। उनके पुरखे तो एक दिन भी जेल नहीं गए। सभा का संचालन कांग्रेस के वैशाली जिलाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने किया।

'चुपे-चुपे खड़ा है जरूर कोई बात है, रावण से पहली मुलाकात है-पहली मुलाकात है।'

- लालू प्रसाद यादव (मोदी के चुप रहने पर)

'हम साथ आ गए हैं, जब तक भाजपा के इरादों को विफल नहीं कर देंगे, चैन से नहीं बैठेंगे'

- नीतीश कुमार (लालू प्रसाद की ओर देखकर)

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