जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन का रास्ता साफ, महबूबा बनेंगी पहली महिला सीएम
जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है। अगले कुछ दिनों में भाजपा और पीडीपी के नेता प्रदेश के राज्यपाल से मिलेंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में ढाई माह से जारी सियासी अटकलों का दौर शुक्रवार को समाप्त हो गया। पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार पुराने एजेंडा ऑफ एलायंस पर ही चलेगी, जिसमें महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री और डॉ. निर्मल सिंह उपमुख्यमंत्री होंगे। हालांकि भाजापा-पीडीपी को शुक्रवार शाम अलग-अलग राज्यपाल से मिलकर अपना पक्ष रखना था, लेकिन किसी भी दल के नेता ने उनसे मुलाकात नहीं की। राज्यपाल से मुलाकात से पहले दोनों दलों को साझा बैठक भी करनी थी, जो देर शाम तक नहीं हुई। इसकी भी अटकलें चल रही हैं कि दोनों दलों में फिर किसी बात को लेकर गतिरोध आ गया है।
शुक्रवार को ही जम्मू के गेस्ट हाउस में दोनों दल अपने-अपने खेमे में रणनीति बनाने में जुटे रहे। इसी गेस्ट हाउस में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव, प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह व पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी मौजूद थीं, लेकिन देर शाम तक दोनों दलों के नेताओं में कोई बातचीत नहीं हुई। तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद का गत सात जनवरी को निधन होने पर भाजपा-पीडीपी में पैदा हुए गतिरोध के मद्देनजर आठ जनवरी को राज्यपाल एनएन वोहरा ने राज्यपाल शासन लागू किया था।
गत मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती से मुलाकात में यह गतिरोध दूर हो गया। इसके बाद गुरुवार को पीडीपी की विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें भाजपा के साथ गठबंधन का विरोध करने वाले तारिक करा समेत सभी प्रमुख नेता, सांसद और विधायक शामिल हुए। लगभग डेढ़ घंटे की बैठक के पहले 20 मिनट में ही महबूबा मुफ्ती को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। उनके नाम का प्रस्ताव पूर्व मंत्री अब्दुल रहमान वीरी ने किया और अनुमोदन पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी ने किया। सांसद बेग ने उन्हें विधायक दल का नेता चुने जाने की घोषण की।
वहीं भाजपा विधायक दल की बैठक शुक्रवार को जम्मू में हुई। इसमें भाजपा महासचिव राम माधव और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह मौजूद थे। बैठक के बाद प्रदेश भाजपा प्रमुख सत शर्मा ने कहा कि डॉ. निर्मल सिंह ही भाजपा विधायक दल के नेता होने के अलावा गठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि हम एजेंडा ऑफ एलांयस पर सरकार चलाने में पीडीपी का पूरा सहयोग करेंगे।
सरकार गठन के लिए कोई नई शर्त नहीं : बेग
पीडीपी के वरिष्ठ नेता व सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग ने कहा कि भाजपा के साथ सरकार के गठन के लिए कोई नई शर्त नहीं है। एजेंडा ऑफ एलांयस एक समग्र दस्तावेज है और उसी पर दोनों दल पहले की तरह मिलकर सरकार चलाएंगे। पीडीपी विधायक दल की बैठक के बाद बातचीत में उन्होंने कहा कि सभी नेता और विधायक महबूबा के साथ हैं। सभी ने उन्हें मिलकर अपना नेता चुना है और चाहते हैं कि वह जल्द रियासत में हुकूमत की बागडोर संभालें। वहीं
पीडीपी के प्रमुख प्रवक्ता और राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री नईम अख्तर ने कहा कि सरकार के गठन में देरी के मुद्दे पर संगठन में कोई बगावत नहीं हो रही थी। यह सिर्फ विरोधियों द्वारा फैलाई गई अफवाह थी। अब इस पर पूर्ण विराम लग जाना चाहिए।जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन का रास्ता साफ हो गया है। अगले कुछ दिनों में भाजपा और पीडीपी के नेता प्रदेश के राज्यपाल से मिलेंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। इस बात की जानकारी भाजपा नेता सत शर्मा ने दी।
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राज्यपाल के साथ बैठक टली
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा के साथ महबूबा मुफ्ती और पीडीपी विधायकों की बैठक टल गई है। ये बैठक आज शाम साढ़े चार बजे होनी थी।
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि तारिक हमीद करा पीडीपी के उन नेताओं में अग्रणी रहे हैं जो मार्च 2015 से ही पीडीपी- भाजपा गठबंधन के खिलाफ रहे हें। उन्होंने एक बार नहीं कई बार इस गठबंधन का विरोध करते हुए महबूबा मुफती को भाजपा को गुडबाय बाेलने के लिए कहा है। लेकिन गत वीरवार को पीडीपी विधायक दल की बैठक में वह पूरी तरह बदले हुए थे। उन्होंने भी पीडीपी- भाजपा गठबंधन का समर्थन करते हुए महबूबा मुफती को जल्द सरकार संभालने की सलाह दी है।
पीडीपी ने मुफ्ती को चुना था विधायक दल का नेता
इससे पहले कल महबूबा मुफ्ती ने खुद को विधायक दल का नेता चुने जाने पर पार्टी कार्यकर्ताओं को शुक्रिया कहा। उन्होंने कहा कि मेरे नेतृत्व में आप लोगों ने जो आस्था जताई है, मैं उसे कभी भंग नहीं होने दूंगी। मैं अपने पिता के मिशन को पीडीपी के एजेंडे को आगे ले जाते हुए हमेशा अवाम के लिए काम करुंगी।
सब कुछ अनुकूल रहने पर जम्मू कश्मीर की 13वीं और पहली महिला मुख्यमंत्री के रुप में 29 मार्च को शपथ ले सकती हैं।
पीडीपी की बैठक में सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग ने विधायक दल के नेता के तौर पर उनके नाम का प्रस्ताव रखा,जिसका अनुमोदन पूर्व बागवानी मंत्री अब्दु़ल रहमान वीरी ने किया। सभी विधायकों और नेताओं ने सर्वसम्मित से उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
बैठक के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए सांसद मुजफफर हुसैन बेग ने कहा कि आज पीडीपी के सभी वरिष्ठ नेता और विधायक बैठक में शामिल हुए हैं। सभी ने तय किया है कि महबूबा ही विधायक दल की नेता और मुख्यमंत्री बनें।
उन्होंने कहा भाजपा और पीडीपी में कोई मतभेद नहीं है। हमने कोई नयी शर्त नहीं रखी थी। एजेंडा ऑफ एलांयस अपने आप में समग्र है। महबूबा मुफती गठबंधन सरकार की मुख्यमंत्री होंगी,लेकिन शपथ ग्रहण के बारे में राज्यपाल के साथ बैठक के बाद ही तय होगा।
बैठक से पहले पिता के मजार पर दी हाजिरी
पीडीपी चीफ महबूबा मुफती पार्टी विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने से पहले सुबह सवेरे ही अपने पिता मुफती मोहम्मद सईद के मजार पर गई। बीजबेहाड़ा स्थित दाराशिकोह पादशाही बाग में उन्होंने अपने पिता के मजार पर चादर और फूल चढ़ाने के बाद उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआ भी की। उनके साथ उनकी बेटी भी थी।
उमर अबदुल्ला का निशाना
राज्य के पूर्व सीएम उमर अबदुल्ला ने महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जब उन्हें सरकार बनानी ही थी तो जनता को ढाई महीने का इंतजार क्यों कराया गया
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफती मोहम्मद सईद का गत सात जनवरी को निधन होने के बाद आठ जनवरी को राज्यपाल एनएन वोहरा ने राज्यपाल शासन लागू कर दिया था। पीडीपी और भाजपा मं एजेंडा ऑफ एलायंस को लेकर पैदा हुए गतिरोध के कारण सरकार नहीं बन पा रही थी। अलबत्ता, गत मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफती की बैठक में यह गतिरोध दूर हो गया। इससे राज्य में एक बार फिर पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के सत्तासीन होने की संभावना बन गई।