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इबोला से लड़ने की दवा लाइबेरिया को देगा अमेरिका

इबोला वायरस को राष्ट्रीय महामारी घोषित कर चुकी लाइबेरियन सरकार ने मंगलवार को बताया कि अमेरिकी अधिकारियों ने इबोला वायरस से संक्रमित डॉक्टरों के इलाज के लिए प्रयोग के तौर पर दवा का सैंपल भेजने पर अपनी सहमति जता दी है। लाइबेरिया के राष्ट्रपति एलेन जॉनसन ने अमेरिकी अधिकारियों से दवा भेजने का अनुरोध कि

By Edited By: Updated: Tue, 12 Aug 2014 11:43 AM (IST)
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नई दिल्ली। इबोला वायरस को राष्ट्रीय महामारी घोषित कर चुकी लाइबेरियन सरकार ने मंगलवार को बताया कि अमेरिकी अधिकारियों ने इबोला वायरस से संक्रमित डॉक्टरों के इलाज के लिए प्रयोग के तौर पर दवा का सैंपल भेजने पर अपनी सहमति जता दी है।

लाइबेरिया के राष्ट्रपति एलेन जॉनसन ने अमेरिकी अधिकारियों से दवा भेजने का अनुरोध किया था जिसके बाद यह सहमति जताई गई है। इस बीच, लाइबेरिया में अब तक इस जानलेवा वायरस के संक्रमण से 268 लोगों की मौत हो चुकी है। लाइबेरिया के राष्ट्रपति की अधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान के मुताबिक प्रयोग के तौर पर इस दवा का खुराक अमेरिकी सरकार के प्रतिनिधि इस हफ्ते लाइबेरिया को भेजेंगे।

गौरतलब है कि लाइबेरिया में एक प्रमुख अस्पताल के कई कर्मचारियों के इस वायरस के संक्रमण की चपेट में आने के कारण अस्पताल को बंद कर दिया गया है। उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन, डब्ल्यूएचओ के मुताबिक पश्चिमी अफ्रीका में इबोला से मरने वाले की संख्या बढ़कर 932 हो गई है। इसको देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने इसे वैश्विक संकट घोषित किया है।

डब्ल्यूएचओ ने इबोला को वैश्विक संकट घोषित किया

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