अब अटल की राह पर चलेंगे नरेंद्र मोदी
'कांग्रेस मुक्त भारत' का नारा दे रहे भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने अब अटल बिहारी वाजपेयी के शासन का 'विजन' अपनाने का भरोसा दिया है। अमेरिका में बसे भारतीयों को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए उन्होंने वाजपेयी सरकार की रीति-नीति पर चलने का आश्वासन दिया। कांग्रेस पर हमलावर मोदी न
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। 'कांग्रेस मुक्त भारत' का नारा दे रहे भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने अब अटल बिहारी वाजपेयी के शासन का 'विजन' अपनाने का भरोसा दिया है। अमेरिका में बसे भारतीयों को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए उन्होंने वाजपेयी सरकार की रीति-नीति पर चलने का आश्वासन दिया। कांग्रेस पर हमलावर मोदी ने उम्मीद जताई कि 2014 में 1977 दोहराया जाएगा जब लोगों ने कांग्रेस शासन को उखाड़ फेंका था। उन्होंने संप्रग सरकार को नौ साल का रिपोर्ट कार्ड पेश करने के लिए कहा। मोदी के इस हमले पर पलटवार करते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने उन्हें कांग्रेस के किसी भी नेता से शासन और विकास के मुद्दे पर बहस की चुनौती दे डाली।
पीएम उम्मीदवारी की घोषणा के बाद पहली वीडियो कांफ्रेंस में मोदी के तेवर आक्रामक थे। फ्लोरिडा के टेंपा में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने न सिर्फ कांग्रेस सरकार की खामियां गिनाई बल्कि यह दावा भी किया कि मर्ज की दवा सिर्फ भाजपा के पास है। मोदी ने कहा, 'पिछले नौ साल में देश हर मोर्चे पर कमजोर हुआ है। भाजपा ने अलग-अलग राज्यों में यह साबित कर दिया है कि उसके पास न सिर्फ दृष्टि और सोच है बल्कि काम करने की क्षमता भी है। हमसे विकास के रास्ते का विजन पूछा जाता है। यह रास्ता होगा-वाजपेयी सरकार का विजन। जिस विजन के साथ वाजपेयी विकास दर को 8.4 फीसद पर ले गए थे वही रास्ता अपनाया जाएगा।' इसी क्रम में उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी प्रशंसा की। मोदी अमेरिका में बसे भारतीयों को भी मतदान के लिए प्रेरित करने से नहीं चूके। भारतीय पासपोर्ट रखने वाले लोगों से उन्होंने मतदान के लिए खुद को रजिस्टर कराने की अपील भी की।