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..जब स्पीकर ने भगवंत मान की ली क्लास, पूछा- 'ये आपने क्या किया?'

जब स्पीकर ने भगवंत मान से पूछा, ये आपने क्या किया? आतंकियों के सामने संसद के अंदरुनी हिस्से को क्यों दिखाया?

By anand rajEdited By: Updated: Fri, 22 Jul 2016 10:51 PM (IST)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली।'भगवंत मान, ये आपने क्या किया? आपने संसद की सुरक्षा को अपने प्रचार के लिए क्यों दांव पर लगा दिया? आप सांसद हैं और इसके नाते आपकी जिम्मेदारी कहीं ज्यादा बनती है। मगर आपने अपने खास मकसद के लिए संसद ही नहीं सभी सांसदों की सुरक्षा को दांव पर लगा दिया।

'लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने संसद की संवेदनशील सुरक्षा का वीडियो बनाकर फंसे आप के सांसद भगवंत मान को कुछ इसी तल्खी से शुक्रवार को फटकार लगाई। सदन शुरू होने से पहले अपनी सफाई देने स्पीकर के कक्ष में पहुंचे भगवंत मान को करीब 15 मिनट तक महाजन की कड़ी फटकार और तीखे सवालों का सामना करना पड़ा।

सूत्रों के अनुसार मान को सामने देखते ही स्पीकर ने कई सवाल दागते हुए उनसे पूछा कि आखिर संसद की सुरक्षा के अंदरुनी गेटों का वीडियो उन्होंने आतंकी तत्वों के सामने क्यों पेश कर दिया? आखिर उनका मकसद क्या प्रचार पाना नहीं था? स्पीकर के तल्ख रुख को देख सफाई देने की कोशिश करते हुए मान ने कहा कि नहीं-मैडम मेरी मंशा गलत नहीं थी। अनजाने में यह हो गया। सूत्रों ने बताया कि मान के इस जवाब पर और तल्ख होते हुए स्पीकर ने कहा कि अभी बाहर तो मीडिया को आप दुबारा ऐसा वीडियो बनाने की बात कह रहे थे और यहां खेद प्रकट कर रहे।

सूत्रों के अनुसार स्पीकर ने उनके व्यवहार को लेकर कई सांसदों की दूसरी शिकायतों के बारे में भी मान को इशारा किया। बताया जाता है कि आप के एक बागी सांसद हरिंदर सिंह ने स्पीकर से मान के कथित तौर पर शराब पीकर संसद आने की लिखित शिकायत करते हुए अपनी सीट बदलने की मांग की है। स्पीकर की फटकार के बाद भगवंत मान ने बिना शर्त अपनी लिखित माफी सुमित्रा महाजन को सौंपी। माफीनामे में मान ने कहा है कि 'जब मैं अपने घर से कल शून्यकाल के लिए नोटिस देने संसद आ रहा था तो अनजाने में भूल से वीडियो बना लिया। मेरा मकसद प्रश्न चुनने की बैलेट की प्रक्रिया को दिखाना था, संसद की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करना नहीं। मैं संसद को लोकतंत्र का मंदिर मानता हूं।

मैं अपनी इस भूल के लिए बिना शर्त माफी मांगता हूं। भविष्य में ऐसी गलती नहीं होगी इसका भी वचन देता हूं।' मगर स्पीकर ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है और बात यहीं खत्म नहीं होगी। इस फटकार और चेतावनी के बाद बुझे चेहरे के साथ मान स्पीकर के कमरे से बाहर निकले। मान के लिखित माफीनामे के बावजूद लोकसभा सचिवालय उनके खिलाफ अपने नियम 334ए और 352 के उल्लंघन के तहत कार्रवाई की संभावनाओं पर गौर कर रहा है।

पहले नियम में खुद के अग्रिम प्रचार के लिए हथकंडे अपनाने पर रोक का प्रावधान है तो दूसरे नियम में संसद भवन के अंदर बिना अनुमति रिकार्डिग या वीडियोग्राफी पर प्रतिबंध है।

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