...तो 'शांति भूषण' ने इसलिए नहीं दी 'केजरी' को बधाई
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को मिली अप्रत्याशित जीत के बावजूद पार्टी के वरिष्ठ नेता शांति भूषण ने अरविंद केजरीवाल को बधाई नहीं दी। चुनाव के दौरान केजरीवाल पर 'वन मैन शो' पार्टी बनाने का आरोप लगाने वाले शांति भूषण पार्टी की जीत से खुश हैं, लेकिन
By Rajesh NiranjanEdited By: Updated: Thu, 12 Feb 2015 01:16 PM (IST)
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को मिली अप्रत्याशित जीत के बावजूद पार्टी के वरिष्ठ नेता शांति भूषण ने अरविंद केजरीवाल को बधाई नहीं दी। चुनाव के दौरान केजरीवाल पर 'वन मैन शो' पार्टी बनाने का आरोप लगाने वाले शांति भूषण पार्टी की जीत से खुश हैं, लेकिन बधाई न देने का कारण पूछे जाने पर कहा कि पार्टी में कई ऐसे विधायक चुने गए हैं, जो दागी हैं। कई पर भ्रष्टाचार और आपराधिक आरोप भी लगे हैं। फिर भी पार्टी ने उन्हें टिकट दिया।
दागियों को मंत्री नहीं बनाएं केजरीभूषण ने चुनाव के दौरान ही कहा था कि केजरीवाल ने जिस तरह से उम्मीदवारों को टिकट दिया है, उससे साफ हो गया है कि वह किसी भी कीमत पर सत्ता हासिल करना चाहते हैं। शांति भूषण ने कहा है कि पार्टी में 23 विधायकों की छवि खराब है। उन पर कई आरोप हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि केजरीवाल ऐसे दागी विधायकों को मंत्री नहीं बनाएंगे। उन्होंने यह भी मांग की कि आप में अंदरूनी सुधार की जरूरत है।बयानबाजी पर मोदी नहीं लगा सके लगाम
शांति भूषण ने भाजपा की करारी हार के लिए काले धन पर केंद्र सरकार के रवैये और झूठे वादों को कारण माना है। उन्होंने कहा कि कम संख्या में ही सही लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान मुस्लिमों ने भी भाजपा को वोट दिया। लेकिन मोदी साक्षी महाराज, आदित्यनाथ और प्राची जैसे नेताओं पर लगाम नहीं लगा सके। बता दें कि शांति भूषण ने दिल्ली चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी और केजरीवाल के कामकाज के तरीके पर सवाल उठाया था।'आप' के कई विधायकों पर गंभीर आरोप
शांति भूषण के अलावा उनके बेटे प्रशांत भूषण ने कई दागी उम्मीदवारों को लेकर चुनाव के दौरान सवाल उठाया था। ओखला से विधायक बने अमानतुल्ला खान पर सांप्रदायिक पोस्टर लगाने के आरोप हैं और इस बात को खुद केजरीवाल ने स्वीकार किया था। पालम से विधायक भावना गौड़ पर पार्टी फंड में घोटाले का आरोप है। मुनिरका और छतरपुर के विधायकों पर भी गंभीर आरोप हैं। तुगलकाबाद से आप के विधायक सहीराम पहलवान को बाहुबली माना जाता है। उनके खिलाफ दो एफआइआर दर्ज हैं। इसी प्रकार, बादली के विधायक अजेश यादव पर भी रियल एस्टेट का बड़ा एजेंट होने का आरोप लगा है। आप के अन्य दागी विधायकों में नरेला से शरद चौहान, बवाना से वेद प्रकाश और सीलमपुर से हाजी इशराक अहमद शामिल हैं। आपको बता दें कि ये सभी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे।पढ़ेंः दिल्ली सरकार में सिसोदिया बनेंगे उप मुख्यमंत्री!पढ़ेंः केजरीवाल के मंत्रिमंडल में ये हो सकते हैं शामिल !