योगी राज में संवरेगी भगवान कृष्ण की ससुराल
बिधूना क्षेत्र का गांव कुंदनपुर (कुदरकोट) के राजा भीष्मक थे। उनकी पुत्री रुक्मणि की शादी भगवान कृष्ण से हुई थी।
By Ravindra Pratap SingEdited By: Updated: Sun, 07 May 2017 09:14 PM (IST)
जागरण संवाददाता, औरैया। प्रदेश में योगी सरकार के बनते ही सनातन धर्म से जुड़े स्थानों का महत्व भी बढ़ गया है। वर्षो से उपेक्षित पड़ी भगवान कृष्ण की ससुराल कुदरकोट की शासन को अब याद आ गई है। सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करने के साथ विकास की भी रूपरेखा बनाई जाने लगी है। इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना है। जल्द ही प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा।
बिधूना क्षेत्र का गांव कुदरकोट इटावा व औरैया जिले की सीमा पर स्थित है। मान्यता है कि कुंदनपुर (कुदरकोट) के ही राजा भीष्मक थे। उनकी पुत्री रुक्मणि की शादी भगवान कृष्ण से हुई थी। ऐतिहासिक महत्व वाले गांव कुदरकोट की ओर कभी किसी जनप्रतिनिधि व सरकार ने ध्यान नहीं दिया। नतीजा है कि वहां के महल आदि सब ढह गए। कुछ माह पूर्व गांव में एक मकान ढह गया था, उसमें एक सुरंग निकली थी। अधिकारियों को जानकारी भी दी गई, लेकिन किसी ने वहां जाने की जहमत नहीं उठाई। लोगों का कहना है कि यह सुरंग कन्नौज तक गई है। इसी रास्ते से रुक्मणि गंगा स्नान करने कन्नौज जाती थीं।यह भी पढ़ें: मेघालय के ग्रामीणों ने BSF के खिलाफ फेक एनकाउंटर की FIR दर्ज कराई
रुक्मणि के हरण के बाद अलोप हो गई मां गौरीमान्यता है कि रुक्मणि के हरण के बाद कुंदनपुर में बने मंदिर से गौरी माता अलोप गो गई थीं। तभी से इस मंदिर का नाम अलोपा देवी पड़ गया। यहीं मुख्य मंदिर है। इसके पश्चिम में महाराजा भीष्मक द्वारा स्थापित शिव¨लग है। ये मंदिर अब बाबा भयानक नाथ के नाम से जाना जाता है।
चौरासी कोसी परिक्रमा प्रत्येक वर्ष फाल्गुनी अमावस्या को यहां लोग परिक्रमा करने आते हैं। बताया जाता है कि चौरासी कोसी परिक्रमा में कुदरकोट भी आता है। यहां के परिक्रमा क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक विभिन्न देवी देवताओं के मंदिर हैं। मुगल शासन काल में कुंदनपुर का नाम कुदरकोट हो गया। आज भी यहां राजा भीष्मक के 50 एकड़ में फैले महल के अवशेष हैं।यह भी पढ़ें: यातनाओं के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र समझौते पर सुप्रीम कोर्ट तल्ख थाना बनाने का प्रस्ताव भेजा शासन से निर्देश मिलने के बाद कुदरकोट के विकास के लिए जिला प्रशासन ने प्रयास तेज कर दिए हैं। वहां थाना स्थापित करने के लिए प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग की हालत सुधारने के लिए करीब एक पखवारा पहले अपर जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया था। उन्होंने परिक्रमा मार्ग की हालत सुधरवाने के लिए प्रस्ताव बनाने को कहा है। कुदरकोट गांव में विकास कार्य कराए जाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।तलाशी जाएंगी संभावनाएंअपर जिलाधिकारी रामसेवक द्विवेदी बताते हैं, 'कुदरकोट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग से कार्य योजना बनवाई जाएगी। वृंदावन व मथुरा के मंदिरों की कमेटियों के लोगों से भी बात की जाएगी। यहां विकास की अन्य संभावनाएं भी तलाशी जाएंगी'