26/11 शहीदों के बच्चों को अफसर बनाएगी महाराष्ट्र सरकार
महाराष्ट्र सरकार ने 26/11 आतंकी हमले में शहीद हुए अधिकारियों व कर्मचारियों के बच्चों को अनुकंपा के आधार पर प्रथम व द्वितीय श्रेणी का अधिकारी बनाने का फैसला किया है। शहीदों के बच्चों को राज्य सरकार की ओर से तृतीय व चतुर्थ श्रेणी की नौकरी देने की व्यवस्था पहले से है।
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने 26/11 आतंकी हमले में शहीद हुए अधिकारियों व कर्मचारियों के बच्चों को अनुकंपा के आधार पर प्रथम व द्वितीय श्रेणी का अधिकारी बनाने का फैसला किया है। शहीदों के बच्चों को राज्य सरकार की ओर से तृतीय व चतुर्थ श्रेणी की नौकरी देने की व्यवस्था पहले से है।
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महाराष्ट्र गृह विभाग के मुताबिक, 2008 के मुंबई हमले में शहीद दरोगा बापूराव दुर्गुडे की बेटी पूनम ने हाल ही में राज्य के गृह मंत्री आरआर पाटिल से मुलाकात की थी। राज्य सरकार की ओर से तृतीय श्रेणी की नौकरी पाने वाली पूनम ने पाटिल से प्रथम या द्वितीय श्रेणी की नौकरी देने का अनुरोध किया था।
पाटिल ने मामले को मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण के समक्ष रखा और संवेदनशीलता से विचार करने का अनुरोध किया था। अधिकारियों के मुताबिक, सरकार ने हमले के एकमात्र जीवित आतंकी अजमल कसाब को दबोचने में अहम भूमिका निभाने में शहीद हुए दरोगा तुकाराम ओंबले की पुत्री भारती को प्रथम श्रेणी की नौकरी देने का प्रस्ताव रखा था। अफसरों ने कहा कि भारती को उपजिलाधिकारी व पूनम को बिक्री कर अधिकारी बनाने की फाइल अंतिम चरण में है।
गौरतलब है कि अनुकंपा आधारित प्रथम व द्वितीय श्रेणी की नौकरी देने की यह व्यवस्था सिर्फ महाराष्ट्र सरकार 26/11 के शहीदों के बच्चों के लिए है, जो योग्य होंगे उन्हें निसंदेह इस व्यवस्था का लाभ मिलेगा।
वहीं, पूनम की बहन नीलम ने सरकार के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए बहुत बड़ी खबर है। हमे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में पूनम का नियुक्ति पत्र आ जाएगा।
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