नेता विपक्ष बनने को ममता ने की जया से बात
लोकसभा चुनाव में बुरी हार के सदमे से गुजर रही कांग्रेस को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एक और झटका देने की तैयारी में हैं। संसद में नेता विपक्ष बनने के लिए ममता ने अम्मा को साधने का प्रयास शुरू कर दिया है। तृणमूल प्रमुख तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता से समर्थन के लिए बातचीत कर रही हैं। जबकि कांग्रेस ने अभी मुद्दे पर अपना पत्ता नहीं खोला है। साफ है कि पूरब व दक्षिण का ये मिलन कांग्रेस को संसद में मुख्य विपक्षी दल भी नहीं रहने देगा।
नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। लोकसभा चुनाव में बुरी हार के सदमे से गुजर रही कांग्रेस को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एक और झटका देने की तैयारी में हैं। संसद में नेता विपक्ष बनने के लिए ममता ने अम्मा को साधने का प्रयास शुरू कर दिया है। तृणमूल प्रमुख तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता से समर्थन के लिए बातचीत कर रही हैं। जबकि कांग्रेस ने अभी मुद्दे पर अपना पत्ता नहीं खोला है। साफ है कि पूरब व दक्षिण का ये मिलन कांग्रेस को संसद में मुख्य विपक्षी दल भी नहीं रहने देगा।
गौरतलब है कि मोदी लहर के बीच ममता बनर्जी ने बंगाल व जयललिता ने तमिलनाडु में शानदार प्रदर्शन किया। तृणमूल कांग्रेस को पश्चिम बंगाल की 42 में से 34 सीटें मिलीं तो जया ने प्रदेश की 39 में से 37 सीटों पर कब्जा जमाया। लोकसभा चुनाव में अब तक के सबसे खराब प्रदर्शन के चलते कांग्रेस को महज 44 सीटें हासिल हुई जो सदन में नेता विपक्ष बनने की आवश्यक संख्या 55 से 11 कम है। सहयोगी दलों को मिलाकर संप्रग के पास 58 सीटें होती हैं लेकिन ममता-जया के साथ आने से उनका संख्या बल 71 पहुंच जाएगा और उसे मुख्य विपक्ष माना जाएगा। सूत्रों के मुताबिक इस मौके को भुनाने के लिए ममता ने जयललिता को सुझाव दिया कि दोनों पार्टियां मिलकर संसद में एक विपक्षी ब्लॉक बनाएं। हालांकि जया ने अभी ममता को इस बाबत कोई आश्वासन नहीं दिया है। गौरतलब है कि भाजपा की जीत पर जया ने तो मोदी को पहले ही बधाई दे दी लेकिन ममता ने अभी तक उन्हें बधाई नहीं दी।