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काटजू के आरोप को मनमोहन ने बताया निरर्थक

मद्रास हाई कोर्ट के एक जज की नियुक्ति में दखल देने का आरोप झेल रहे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को चुप्पी तो तोड़ी, लेकिन कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा। उन्होंने मुद्दे को ही निरर्थक करार देकर छोड़ दिया। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, 'प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू के आरोप पर पूर्व अटार्नी जनरल स

By Edited By: Updated: Mon, 28 Jul 2014 10:54 AM (IST)

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। मद्रास हाई कोर्ट के एक जज की नियुक्ति में दखल देने का आरोप झेल रहे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को चुप्पी तो तोड़ी, लेकिन कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा। उन्होंने मुद्दे को ही निरर्थक करार देकर छोड़ दिया। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, 'प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू के आरोप पर पूर्व अटार्नी जनरल सोली सोराबजी भी बोल चुके हैं लिहाजा इस पर मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं है। यह एक निरर्थक मुद्दा है।' मनमोहन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा रविवार को आयोजित इफ्तार पार्टी में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।

गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व काटजू के उस बयान ने राजनीति गरमा दी थी, जिसमें उन्होंने सीधे तौर से मनमोहन सरकार पर एक जज को बनाए रखने में दखल देने और रुचि लेने का आरोप लगाया था। इस पर भाजपा की ओर से मनमोहन से सफाई मांगी गई थी। पांच-छह दिनों बाद सोनिया गांधी की इफ्तार पार्टी में मनमोहन ने चुप्पी तोड़ी। पत्रकारों के सवालों के जवाब में उन्होंने इसे सिर्फ इतना कहकर टाल दिया कि यह विषय तुच्छ है। लेकिन उन्होंने स्पष्ट शब्दों में आरोपों का जवाब नहीं दिया। जबकि मोदी सरकारी की आर्थिक नीतियों और कोशिशों पर वह फिलहाल ज्यादा कुछ कहना नहीं चाहते थे। सिर्फ इतना भर कहा, 'हमें सरकार को थोड़ा और वक्त देना चाहिए।'

करीब तीन साल बाद रोजा इफ्तार पार्टी दे रहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी रविवार को अपने नए राजनीतिक साथियों के साथ एक मेज पर दिखीं। राजधानी दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित इफ्तार पार्टी में सोनिया के अगल-बगल राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और जदयू प्रमुख शरद यादव थे। सोनिया ने मनमोहन को भी अपने ही टेबल पर बुलाया और वह आए भी, लेकिन कुछ देर बाद वह दूसरी टेबल पर पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी और अभिनेत्री शर्मिला टैगोर के साथ दिखे। जबकि राहुल गांधी ने राजनयिकों के साथ इफ्तार किया।

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